2030 तक 100 अरब डॉलर होगा भारत-अरब पेट्रोलियम उत्पाद व्यापार

भारत-यूएई व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते की संयुक्त समिति की पहली बैठक का सफलतापूर्वक समापन हुआ।

2030 तक 100 अरब डॉलर होगा भारत-अरब पेट्रोलियम उत्पाद व्यापार

भारत और यूएई ने भारत-यूएई सीईपीए की संयुक्त समिति (जेसी) की पहली बैठक का सफलतापूर्वक आयोजन किया। जेसी के दौरान, दोनों पक्षों ने सीईपीए के तहत द्विपक्षीय व्यापार की समीक्षा की। साथ ही, सीईपीए के तहत स्थापित समितियों/ उप समितियों/ प्रौद्योगिकी परिषद के संचालन और सीईपीए की प्रभावी निगरानी के लिए त्रैमासिक आधार पर तरजीही व्यापार से संबंधित डेटा के पारस्परिक आदान-प्रदान पर सहमति व्यक्त की गई।

पीयूष गोयल (वाणिज्य एवं उद्योग, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और वस्त्र मंत्री, भारत सरकार) और यूएई के विदेश व्यापार मंत्री डॉ. थानी बिन अहमद अल जियूदी

भारत-यूएई सीईपीए के तहत स्थापित समितियों, उप समितियों और प्रौद्योगिकी परिषद के संचालन पर सहमति

समझौते के कार्यान्वयन से संबंधित विभिन्न मामलों पर भी चर्चा हुई और सीईपीए के कार्यान्वयन के चलते संभावित समस्या के समाधान के साथ ही सेवाओं में व्यापार पर एक नई उप समिति के गठन और एमएसएमई और स्टार्टअप्स पर जोर के साथ बी2बी भागीदारी व्यवस्था के तौर पर यूएई-भारत सीईपीए परिषद (यूआईसीसी) की स्थापना पर भी सहमति व्यक्त की गई। इनका उद्देश्य ज्यादा आर्थिक लिंकेज का विकास और सीईपीए के लाभों का अनुकूलन करना है। दोनों ही पक्षों ने डब्ल्यूटीओ मामलों पर विचारों का भी आदान प्रदान किया। विश्व व्यापार संगठन (एमसी13) का 13वां मंत्रिस्तरीय सम्मेलन 26 फरवरी 2024 के सप्ताह के दौरान अबू धाबी, संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित होने वाला है।

भारत-यूएई व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते की संयुक्त समिति की पहली बैठक

यूएई के विदेश व्यापार मंत्री डॉ. थानी बिन अहमद अल जियूदी की अगुआई में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों और कारोबारी समुदाय के प्रतिनिधियों की भागीदारी वाले यूएई के एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने 11-12 जून, 2023 को भारत का भ्रमण किया था। भारत-यूएई व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते की संयुक्त समिति की पहली बैठक के सहमित वाले बिंदुओं पर आज मंत्रियों की उपस्थिति में दोनों पक्षों के बीच हस्ताक्षर किए गए।

2030 तक गैर पेट्रोलियम उत्पादों के व्यापार को दोगुने से अधिक 100 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाने पर सहमत हुए

इससे पहले यूएई के विदेश व्यापार मंत्री डॉ. थानी बिन अहमद अल जियूदी ने आज नई दिल्ली में वाणिज्य एवं उद्योग, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और वस्त्र मंत्री, भारत सरकार पीयूष गोयल के साथ मुलाकात की। इस यात्रा ने भारत-यूएई व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) के कार्यान्वयन की पहली वर्षगांठ पर भारत की स्थिति को भी चिह्नित किया। दोनों मंत्रियों ने उपलब्धियों और संयुक्त समिति की पहली बैठक के सफल निष्कर्ष पर एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए गोयल ने कहा कि दोनों देश गैर पेट्रोलियम उत्पादों के क्षेत्र में 2030 तक 100 अरब डॉलर के व्यापार का लक्ष्य तय करने पर सहमत हुए हैं, जो फिलहाल 48 अरब डॉलर के स्तर पर है।

भारत-यूएई साझेदारी में बड़े स्तर के बदलाव पर जोर दिया

दोनों मंत्रियों ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के साथ साझेदारी में वाणिज्य विभाग द्वारा आयोजित बी-2-बी कार्यक्रम में भी भाग लिया। बी2बी कार्यक्रम में कारोबारी जगत के लोगों को संबोधित करते हुए, वाणिज्य एवं उद्योग, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और वस्त्र मंत्री पीयूष गोयल ने जोर देकर कहा कि इस अभूतपूर्व समझौते ने पहले से ही घनिष्ठ और मजबूत संबंधों को नए सिरे से बढ़ावा देकर और गति प्रदान करके भारत-यूएई साझेदारी को खासा बदल दिया है।

द्विपक्षीय व्यापार में लगभग 16.5 प्रतिशत की दर से बढ़ोतरी

केंद्रीय मंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत और यूएई के बीच द्विपक्षीय व्यापार में 16.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ समझौते का सकारात्मक असर दिखने लगा है और यह वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान लगभग 84.84 अरब डॉलर के अपने सर्वकालिक उच्चतम स्तर तक पहुंचने गया है। गोयल ने कहा कि भारत से यूएई को होने वाले निर्यात में भी 12 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई, जो 2022-2023 में 31.6 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया। उन्होंने दोनों पक्षों के कारोबारियों से नए समझौते कायम करने और इस गति को बनाए रखने का आग्रह किया। उन्होंने अन्य महत्वपूर्ण पहलों पर प्रकाश डाला, जिन पर दोनों पक्षों के बीच चर्चा की जा रही है। इनमें वर्चुअल ट्रेड कॉरिडोर, गिफ्ट सिटी, गुजरात में अबू धाबी निवेश प्राधिकरण के कार्यालयों की संभावित स्थापना, यूपीआई साझेदारी और प्रत्यक्ष रुपये-दिरहम व्यापार के लिए एक कुशल प्रणाली के संभावित विकास सहित कई पहल शामिल हैं।

यूएई के विदेश व्यापार मंत्री डॉ. थानी बिन जियूदी ने दोनों देशों के पारस्परिक महत्व के सभी क्षेत्रों में संपर्क के द्वारा भारत-यूएई द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने के प्रति यूएई सरकार और उसके नेतृत्व की उत्सुकता की पुष्टि की। उन्होंने दोनों देशों के लोगों के विकास, समृद्धि और कल्याण के लिए आपसी विश्वास, सहयोग और भागीदारी की समान भावना से भारतीय पक्ष के साथ मिलकर काम करने में अपने मंत्रालय और उनकी सरकार की प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की।

स्वागत भाषण देते हुए, वाणिज्य सचिव श्री सुनील बर्थवाल ने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात के प्रतिनिधिमंडल की यात्रा से दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों के महत्व का पता चलता है।

बी2बी कार्यक्रम में भारत और यूएई के कारोबारी समुदायों के प्रतिनिधियों और दोनों पक्षों के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।