भगवान विश्वकर्मा जयंती हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया

गाय । भगवान विश्वकर्मा के प्रतिमा को बुनकरों द्वारा निर्मित अंगवस्त्र अर्पित कर आस्था पूर्वक पूजन किया गया। गोपाल प्रसाद पटवा, प्रकाश राम पटवा, दुखन पटवा द्वारा समस्त कारीगरों व कामगारों के जीवन में खुशहाली, उन्नति और समृद्धि की कामना की गई। प्रत्येक वर्ष माघ माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन विश्वकर्मा जयंती मनाया जाता है। पंचांग के अनुसार इस साल माघ शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी उदयातिथि के अनुसार विश्वकर्मा जयंती 22 फरवरी 2024, गुरुवार को मनाया गया। भगवान विश्वकर्मा को सृष्टि का सृजनकर्ता और प्रथम शिल्पकार के रूप में जाना जाता है। वास्तु कला कौशल में सर्वश्रेष्ठ कला व सृजन के देवता एवं सृष्टि के रचयिता भगवान श्री विश्वकर्मा जयंती पर सभी बुनकरों कामगारों सहित औजारों से काम करने वाले सभी कारीगरों को बहुत-बहुत बधाई सहित हार्दिक शुभकामनाएं।