मंत्री श्रवण कुमार ने करनौती ग्राम में माँ दुर्गा की पूजा अर्चना की, ग्रामीणों ने मुख्य सड़क तक ग्रामीण पथ की माँग रखी

भौगोलिक दृष्टिकोण से करनौती गाँव की एक विशेष ख़ासियत है कि इसके तीन दिशाओं में बिहार की मुख्य सड़क है, लेकिन मुख्य सड़क से गाँव तक पहुँचने के लिए कोई ग्रामीण सड़क नहीं है।

मंत्री श्रवण कुमार ने करनौती ग्राम में माँ दुर्गा की पूजा अर्चना की, ग्रामीणों ने मुख्य सड़क तक ग्रामीण पथ की माँग रखी

पटना:

बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार सोमवार को बख़्तियारपुर के करनौती गाँव आए। ग्रामीणों ने गर्मजोशी के साथ अपने मंत्री का स्वागत किया। दुर्गा पूजा के इस पवन अवसर पर गाँव के बीचों-बीच स्थित दुर्गा स्थान पहुँचकर श्रवण कुमार ने अष्टमी के दिन माता जगदंबा के महागौरी अवतार का पूजन किया। उनके साथ गाँव के मुखिया एवं गाँव के विकास की चाह रखने वाले कई ग्रामीण भी माता महागौरी की पूजा अर्चना किए।

बिहार सरकार में मंत्री बने श्रवण कुमार के लिए करनौती एक ख़ास गाँव रहा है। मुख्यमंत्री का गृह क्षेत्र रहने के कारण भी इस गाँव पर मंत्रियों की विशेष नज़र रहती है। इन सबके बावजूद करनौती गाँव विकसित नहीं हो पा रहा है। कहीं न कहीं कुछ कमी रह जा रही है। या फिर ऐसा भी कह सकते हैं की गाँव के लोग भी विकास को लेकर सजग नहीं रह रहे थे। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में युवा पीढ़ी ने गाँव के विकास को लेकर काफ़ी सजगता दिखाई है। विकास के मद्देनज़र बिहार सरकार के मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों का ध्यान बार बार करनौती की तरफ़ आकृष्ट किया जाता रहा है। धीरे धीरे ही सही लेकिन अब इस गाँव में विकास की हवा चलने लगी है।

फ़िलहाल गाँव की प्राथमिक समस्या है मुख्य सड़क से गाँव का नहीं जुड़ना। भौगोलिक दृष्टिकोण से करनौती गाँव की एक विशेष ख़ासियत है कि इसके तीन दिशाओं में बिहार की मुख्य सड़क है, लेकिन मुख्य सड़क से गाँव तक पहुँचने के लिए कोई ग्रामीण सड़क नहीं है, जिस कारण गाँव से बाहर निकलने में ग्रामीणों को काफ़ी परेशानी से गुजरना पड़ता है। गाँव के एक दिशा में रेलवे फाटक है जो ट्रेन आने-जाने के समय आधे -आधे घंटे तक बंद रहता है। अभी हाल ही में एक गर्भवती महिला का समय से इलाज नहीं होने के कारण मौत हो गई। कारण बना इलाज के लिए बख़्तियारपुर ले जाते समय रेलवे फाटक का काफ़ी देर तक बंद रहना। रेलवे फाटक ज़्यादा देर तक बंद होने के कारण पीड़ित महिला समय पर अस्पताल नहीं पहुँच सकी और गर्भ में बच्चे समेत उसकी भी मौत हो गई। इसे लेकर कई बार रेलवे के अधिकारियों एवं बिहार सरकार के मंत्रियों को ग्रामीणों के द्वारा आवेदन दिया गया, लेकिन अभी तक समस्या हल नहीं हो पाई है।

मुख्य सड़क से करनौती गाँव तक ग्रामीण पथ/सड़क के निर्माण से संबंधित समस्या को लेकर ग्रामीणों ने एक बार फिर मंत्री श्रवण कुमार को लिखित आवेदन दिया और इस समस्या से निजात दिलाने का आग्रह किया। मुखिया समेत ग्रामीणों ने श्रवण कुमार को आवेदन देकर माँग की है कि गाँव के तीनों छोर से बाहर निकलने के लिए फ़ोर लेन एवं मुख्य सड़क तक ग्रामीण पथ/सड़क का निर्माण किया जाए, ताकि भविष्य में फिर कभी ग्रामीणों को ऐसी समस्या का सामना नहीं करना पड़े। मंत्री श्रवण कुमार ने आश्वासन दिया की जल्द ही इस समस्या को दूर कर दी जाएगी। ग्रामीणों ने मंत्री का आभार प्रकट किया, एवं माता महागौरी से उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

मंत्री श्रवण कुमार से मिलकर ग्रामीण सड़क का आग्रह करने वालों में करनौती के मुखिया श्रीमती नीलम देवी के पति सकलदीप पंडित, स्थानीय समाजसेवी शक्ति सिंह, अनुज कुमार एवं राजीव कुमार समेत कई लोग शामिल थे।