एचईसी की जमीन की अवैध खरीद-फरोख्त बदस्तूर जारी, प्रबंधन पर भारी अतिक्रमणकारी

माल महाराज का, मिर्जा खेले होली।

एचईसी की जमीन की अवैध खरीद-फरोख्त बदस्तूर जारी, प्रबंधन पर भारी अतिक्रमणकारी

रांची। एचइसी आवासीय परिसर में जमीन की अवैध खरीद-फरोख्त का धंधा काफी फल-फूल रहा है। अतिक्रमण रोकने के प्रबंधन के तमाम प्रयासों के बावजूद अतिक्रमणकारियों द्वारा जमीन पर कब्जा करने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। अतिक्रमणकारी अवैध रूप से दुकानें व मकान आदि बनाकर कमाई कर रहे हैं। एचईसी आवासीय परिसर में खाली पड़ी जमीन पर कब्जा कर अतिक्रमणकारी रातों-रात मकान व दुकान बना रहे हैं। यह सिलसिला थम नहीं रहा है। यदि आप बिना दस्तावेज के सस्ते दर पर भू-खंड खरीदने और अवैध रूप से अस्थाई दुकान या मकान बनाने की चाहत रखते हैं तो एचईसी आवासीय परिसर (धुर्वा) की ओर रुख कर लें। एचईसी आवासीय परिसर में खाली पड़े जमीन पर कब्जा करने की होड़ मची हुई है। अतिक्रमणकारी एचईसी की जमीन कब्जा कर लोकेशन के हिसाब से दस हजार से लेकर पचास हजार रुपए कट्ठा तक जमीन बेच रहे हैं। यही नहीं, अवैध जमीन खरीदने वाले लोगों को रातों-रात मकान या दुकानें बना देने की गारंटी भी देते हैं।
बताया जाता है कि यह सबकुछ एचइसी के सुरक्षाकर्मियों की मिलीभगत और उनके संरक्षण में होता है। जमीन की अवैध खरीद-फरोख्त करने वालों में कुछ दबंग अतिक्रमणकारी आपराधिक प्रवृत्ति के भी हैं। वे अवैध मकान या दुकान बनाने में सुरक्षा की पूरी गारंटी भी देते हैं।
आलम यह है कि आवासीय परिसर में कहीं भी खाली पड़ी जमीन दिखाई देती है, तो उस पर दबंग और असामाजिक तत्वों की गिद्ध दृष्टि लगी रहती है।
जानकारी के मुताबिक
एचईसी परिसर में कई अतिक्रमणकारियों ने जमीन पर कब्जा कर अवैध दुकान, गोदाम और मकान बनाकर उसे किराये पर लगा दिया है। इससे लाखों रुपए किराया वसूल कर रहे हैं।
कुछ दबंग प्रवृत्ति के लोग आवासीय परिसर की खाली पड़ी जमीनों पर बांस-बल्ली और कंटीले तारों आदि से पहले घेराबंदी कर देते हैं, फिर शुरू हो जाती है ग्राहक की तलाश। इनके ग्राहकों में अमूमन छोटे-मोटे व्यवसाय करने वाले व अल्प आय वर्ग के लोग होते हैं। ग्राहक मिलते ही जमीन की सौदेबाजी भी शुरू हो जाती है। जैसा ग्राहक, वैसी दर निर्धारित की जाती है। जमीन से संबंधित किसी प्रकार का दस्तावेज ग्राहक को नहीं मिलता है। अलबत्ता बेचने वाले दबंग किस्म के लोग व दलाल जमीन के खरीदार को पूरी सुरक्षा व निर्माण नहीं तोड़े जाने की भी गारंटी देते हैं।
यूं तो एचईसी परिसर में अतिक्रमण वर्षों से जारी है, लेकिन विगत तकरीबन दस वर्षों में जमीन पर कब्जा कर उसे बेचने का धंधा काफी तेजी से बढ़ा है। इसकी खास वजह इस क्षेत्र में हाईकोर्ट, विधानसभा भवन का निर्माण होना, साथ ही सीआरपीएफ, सीआईएसएफ का मुख्यालय क्षेत्र में होना बताया जाता है।
हालात ऐसे हो गए हैं कि आवासीय कॉलोनी में या मार्केट परिसर में कहीं भी खाली जमीन दिखाई नहीं देगी। यहां तक कि प्रबंधन द्वारा कॉलोनियों में बनाए गए खेल के मैदान पर भी कब्जा कर अवैध निर्माण कर लिया गया है। हालांकि एचईसी प्रबंधन की ओर से जगह-जगह बोर्ड लगाकर चेतावनी दी गई है कि जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाएगा, लेकिन अवैध कब्जा करने वालों पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा है।