संसदीय प्रणाली के एकमात्र इन्साइक्लोपीडिया थे प्रणब दा : सुबोधकांत सहाय

संसदीय प्रणाली के एकमात्र इन्साइक्लोपीडिया थे प्रणब दा : सुबोधकांत सहाय

रांची। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न से सम्मानित प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। श्री सहाय ने अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि प्रणब दा संसदीय प्रणाली के एकमात्र इनसाइक्लोपीडिया थे। वह एक कुशल राजनीतिज्ञ के साथ-साथ विलक्षण प्रतिभा के धनी व्यक्ति थे। उनमें राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक विषयों की काफी समझ थी। हर समस्या का समाधान वह दलगत राजनीति से ऊपर उठकर किया करते थे। श्री सहाय ने कहा कि राष्ट्र और समाज के प्रति समर्पित व्यक्तित्व के
मालिक प्रणब दा उस वृक्ष के समान थे, जिसकी छाया तले सभी राहत महसूस किया करते थे। आज वह वृक्ष गिर गया। उनकी कमी हमेशा खलेगी। श्री सहाय ने प्रणब दा के साथ बिताए हुए क्षणों की याद कर उनके प्रति संवेदनाएं व्यक्त की और श्रद्धासुमन अर्पित किया।