आरकेडीएफ विश्वविद्यालय में बीएमएस लॉजिस्टिक्स पाठ्यक्रम शुरू
केंद्र सरकार के कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के साथ एमओयू हस्ताक्षरित
रांची। राजधानी स्थित आरकेडीएफ विश्वविद्यालय में अब पढ़ाई के साथ-साथ रोजगार के उद्देश्य से रोजगारोन्मुख व्यावसायिक शिक्षा पाठ्यक्रम की सुविधा उपलब्ध होगी। इसके लिए विश्वविद्यालय प्रबंधन ने भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय(एमएसडीई) के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किया है। विश्वविद्यालय प्रबंधन के मुताबिक केन्द्र सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए विश्वविद्यालय में बीएमएस (लॉजिस्टिक्स) की पढ़ाई शुरू करने की अनुमति मिल गई है। इसके तहत तीन वर्ष के पाठ्यक्रम में 12 महीने का अप्रेंटिसशिप करना होगा। प्रथम वर्ष की परीक्षा पास करने पर छात्रों को डिप्लोमा दी जाएगी। वहीं, द्वितीय वर्ष का पाठ्यक्रम सफलतापूर्वक पूरा करने पर एडवांस डिप्लोमा छात्रों को प्राप्त होगी। तृतीय वर्ष की परीक्षा पास करने पर बीएमएस लॉजिस्टिक्स की डिग्री प्रदान की जाएगी। छात्रों को अप्रेंटिसशिप के दौरान ₹9000 से ₹15000 प्रति माह स्टाइपेंड दी जाएगी। विश्वविद्यालय प्रबंधन के अनुसार इस पाठ्यक्रम के तहत शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों को अप्रेंटिसशिप एलएससी द्वारा निर्धारित फर्मों(कंपनियों) में ही करनी होगी। सफलतापूर्वक डिग्री प्राप्त करने के बाद छात्रों को शत-प्रतिशत प्लेसमेंट की सुविधा भी उपलब्ध होगी। केंद्र सरकार के कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के साथ इससे संबंधित एमओयू हस्ताक्षरित होने पर आरकेडीएफ विश्वविद्यालय के चेयरमैन डॉ. सुनील कपूर, कुलाधिपति डॉ. साधना कपूर, प्रबंध संचालक सिद्धार्थ कपूर, कुलसचिव डॉ. अमित कुमार पांडे ने हर्ष व्यक्त करते हुए विश्वविद्यालय से जुड़े कर्मियों, छात्र-छात्राओं को बधाई दी है। उक्त जानकारी विश्वविद्यालय के पंकज चटर्जी ने दी।