सरला बिरला पब्लिक स्कूल, राँची में स्किल-ओ-थॉन का आयोजन

विभिन्न स्कूलों के छात्रों ने विभिन्न कौशल संस्थानों के विशेषज्ञों द्वारा आयोजित संवादात्मक सत्र में भाग लिया, जहाँ उन्होंने छात्रों को इन कौशलों में अपना करियर बनाने के लिए प्रेरित किया।

सरला बिरला पब्लिक स्कूल, राँची में स्किल-ओ-थॉन का आयोजन

विश्व युवा कौशल दिवस 2025ः एक सुदृढ़ भविष्य के लिए युवा मस्तिष्कों का सशक्तिकरण विश्व युवा कौशल दिवस पर, सरला बिरला पब्लिक स्कूल, रांची ने युवाओं को रोजगार और उद्यमिता के लिए आवश्यक कौशल से लैस करने की क्षमता को पहचानने में वैश्विक समुदाय का साथ दिया। इस वर्ष की थीम, “एक सुदृढ़ और सतत भविष्य के लिए युवाओं का कौशल विकास“ के साथ, ऐसे रास्ते बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया जो युवाओं को एक उभरती वैश्विक अर्थव्यवस्था में फलने-फूलने के लिए सशक्त बनाएँ। विभिन्न स्कूलों के छात्रों ने विभिन्न कौशल संस्थानों के विशेषज्ञों द्वारा आयोजित संवादात्मक सत्र में भाग लिया, जहाँ उन्होंने छात्रों को इन कौशलों में अपना करियर बनाने के लिए प्रेरित किया। इस दिवस के उपलक्ष्य में, एसबीपीएस ने कई गतिविधियों का आयोजन किया, जिनमें डिजिटल साक्षरता, उद्यमिता पर कौशल विकास कार्यशालाएँ, युवा नेताओं, उद्योग विशेषज्ञों और शिक्षकों के साथ पैनल चर्चाएँ शामिल हैं।

उषा मार्टिन के श्री मयंक मुरारी, जो एक विचारक और सक्रिय कार्यकर्ता हैं, उन्होंने जैविक खेती को एक व्यावसायिक कौशल के रूप में चर्चा की क्योंकि यह समय की मांग है। सुश्री गोपिका, कॉस्मेटिक इंजीनियर, प्रिंसिपल दीपशिखा - एन इंस्टीच्यूट फाॅर चाईल्ड डेवेलपमेंट एण्ड मेंटल हेल्थ ने अपने प्रेरणादायक अनुभवों को साझा किया। श्री सीतांशु ने छात्रों को पर्यटन को एक कौशल विषय के रूप में लेने के लिए प्रोत्साहित किया। एमएसएमई के श्री पूर्णेंदु पंकज और श्री मंगल टोप्पो ने विभिन्न पाठ्यक्रमों के बारे में बात की, जो छात्रों को नौकरी के लिए तैयार होने के लिए सुसज्जित करते हैं। डॉ अंसार अहमद, पशु चिकित्सक ने पशु चिकित्सकों की उज्ज्वल संभावनाओं के बारे में चर्चा की। सुश्री निशात अंजू, वेलनेस न्यूट्रिसन और कन्सल्टेंट ने न्यूट्रिसन के भविष्य को एक कैरियर के रूप में समझने के लिए प्रेरित किया। श्री राजीव रंजन एसबीयू, लीगल लिट्रेसी ने कैरियर विकल्प के रूप में कानून में भविष्य पर चर्चा की। एसबीपीएस की पूर्व छात्रा सुश्री प्रेरणा एंजेल कुजूर ने उद्यमशीलता कौशल की ओर बढ़ने के कौशल अवसरों और मार्गों पर प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में आजीवन सीखने, रोजगारपरकता को बढ़ावा देने और उद्यमशीलता की भावना को बढ़ावा देना है। छात्रों द्वारा एक प्रतिबिंब बोर्ड ’मेरा स्वप्न कौशल’ लगाया गया, जहाँ सभी प्रतिभागी छात्रों ने अपने सपनों के करियर कौशल को लिखा। सीबीएसई प्रतिनिधि (कौशल विकास) श्री राजीव पांडे ने अपने प्रेरक शब्दों से छात्रों को प्रेरित करते हुए कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। इस कार्यक्रम में रांची के विभिन्न स्कूलों - ग्रीनलैंड पब्लिक स्कूल, निरजा सहाय डीएवी पब्लिक स्कूल, विवेकानंद विद्या मंदिर, गुरु गोविंद सिंह पब्लिक स्कूल, डीएवी स्वर्णरेखा पब्लिक स्कूल, लोयोला कॉन्वेंट स्कूल, सुरेंद्रनाथ सेंटेनरी स्कूल, डीएवी पब्लिक स्कूल बरियातू के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती परमजीत कौर ने अपने भाषण में कहा कि युवा कल के निर्माता हैं। अपने कौशल में निवेश करने का अर्थ है एक ऐसे भविष्य में निवेश करना जो समावेशी, नवीन और टिकाऊ हो।