एयर क्वालिटी जांच से संबंधित डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड लगाने का दिया गया निर्देश।
साइलेंट ज़ोन को चिन्हित करते हुए उन सभी जगहों पर नो हॉर्न का बोर्ड लगाया जाय साथ ही अत्यधिक प्रेसर से हॉर्न बजाने वाले वाहनों पर कार्रवाई करते हुए जागरूकता अभियान का आयोजन करने का निर्देश दिया गया ।
रांची
उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री कमलेश्वर प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में जिलां पर्यावरण समिति की समीक्षा बैठक समाहरणालय सभागार में आयोजित की गई। इस दौरान उपायुक्त द्वारा संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि राष्ट्रिय हरित अधिकरण (एन०जी०टी०) के पोर्टल पर शहर में पर्यावरण संवर्धन हेतु किए जा रहे कार्यों की प्रगति रिपोर्ट पर अपलोड करते हुए उपायुक्त कार्यालय को समर्पित करें।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने सभी संबंधित विभाग यथा- पेयजल एवं स्वक्षता प्रमंडल, स्वास्थ्य विभाग, खनन विभाग, उद्योग विभाग, नगर निगम आदि के द्वारा जल प्रबंधन, जल संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण, कचरा प्रबंधन, सीवेज सिस्टम, कचरा प्रबंधन के साथ पर्यावरण संवर्धन के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा मेडिकल कचरा डिस्पोजल हेतु किये जाने वाले कार्यों की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार को निर्देशित किया की मेडिकल वेस्ट का प्रबंधन इस तरह से किया जाय कि पर्यावरण पर भी इसका कोई बुरा असर ना पड़े। सबसे महत्वपूर्ण डिस्पोजल के समय सावधानी और सतर्कता बरतते हुए इस मेडिकल वेस्ट नष्ट किया जाए।
पर्यावरण संवर्धन को लेकर उपायुक्त ने अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश:- उपायुक्त….
इसके अलावे उपायुक्त श्री कमलेश्वर प्रसाद सिंह ने जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देशित किया कि वे साइलेंट ज़ोन को चिन्हित करते हुए उन सभी जगहों पर नो हॉर्न का बोर्ड लगाया जाय साथ ही अत्यधिक प्रेसर से हॉर्न बजाने वाले वाहनों पर कार्रवाई करते हुए जागरूकता अभियान का आयोजन करें। वही बैठक के दौरान उपायुक्त ने एस०पी०माइंस चित्रा को निर्देशित किया कि सीएसआर मद के माध्यम से एयर क्वालिटी जांच से संबंधित डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड चार जगहों यथा- समाहरणालय, वन प्रमंडल देवघर, टावर चौक, चित्रा माइंस में लगाया जाय, ताकि एयर क्वालिटी जांच से संबंधित डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड के माध्यम से पर्यावरण में कार्बन डाई ऑक्साइड, पीएम-10, पीएम-2.5 की मात्रा का पता लग पाएगा। आगे उपायुक्त ने कहा कि डिस्प्ले बोर्ड लगाने का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण में CO2, पीएम-10, पीएम-2.5 आदि की मात्रा से जुड़ी विभिन्न जानकारी से लोग सचेत और पर्यावरण के प्रति जागरूक करना होगा।
बैठक में उपरोक्त के अलावे वन प्रमंडल पदाधिकारी श्री प्रेमजीत आनंद, उपविकास आयुक्त श्री शैलेन्द्र कुमार लाल, महाप्रबंधक उद्योग विभाग श्री सैमरोम बारला, मसिविल सर्जन डॉ विजय कुमार, जिला खनन पदाधिकारी श्री राजेश कुमार, पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय), कार्यपालक अभियंता व अन्य उपस्थित थे।