जन सुराज से करीबी के कारण RJD ने 6 नेताओं को निष्कासित किया, मचा हड़कंप

प्रशांत किशोर से प्रभावित होकर जुड़ रहे हैं राजद के नेता, परेशान होकर जगदानंद सिंह को फिर जारी करना पड़ा लेटर। लालटेन से तेल निकलना शुरू हो गया है, कोई जाति किसी का बंधुआ मजदूर नहीं है और सिर्फ जाति-धर्म के नाम पर वोट नहीं पड़ता है: प्रशांत किशोर

जन सुराज से करीबी के कारण RJD ने 6 नेताओं को निष्कासित किया, मचा हड़कंप

RJD के कई नेता लगातार प्रशांत किशोर से प्रभावित होकर जन सुराज अभियान से जुड़ रहे हैं। अभी कुछ ही दिनों पहले राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने एक पत्र जारी कर राजद के नेताओं से जन सुराज में नहीं जुड़ने की अपील की थी और ऐसा करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की बात भी कही थी। हालांकि जगदानंद सिंह के इस पत्र का कोई असर होता हुआ दिख नहीं रहा है। बड़ी संख्या में राजद और अन्य पार्टियों के नेता जन सुराज से जुड़ रहे हैं। 

इसी कड़ी में भागलपुर के राजद नेता अजीत यादव पार्टी छोड़कर जन सुराज से जुड़ चुके हैं। वे भागलपुर में राजद के जिला प्रवक्ता थे और इसके पहले राजद के किसान प्रकोष्ठ से भी जुड़े रहे हैं। इसके अलावा राजद नेत्री आशा जायसवालभी राजद छोड़कर जन सुराज से जुड़ गई हैं। आशा जायसवाल राजद महिला प्रकोष्ठ की जिला अध्यक्ष और सुल्तानगंज से जिला परिषद सदस्य रह चुकी हैं। इन नेताओं के जन सुराज से जुड़ने का असर राजद आलाकमान पर भी दिखने लगा है। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने पत्र लिखकर इन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। ये राजद की हताशा को दिखाता है।

पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की पार्टी ने इन सभी पर पार्टी की छवि धूमिल करने का आरोप लगाते हुए छह साल के लिए निष्कासित किया है। इनमें कहलगांव के पवन भारती, गोराडीह के मो. आफताब आलम, सन्हौला के शिव कुमार साह, सुलतानगंज के अजीत कुमर एवं सुलतानगंज की ही आशा जायसवाल शामिल हैं। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह स्तर से हुई है। वहीं राजद में इतने बड़े पैमान में नेताओं के निष्कासन का कार्यालय आदेश जारी होने के साथ राजद कार्यकर्ताओं में हड़कंप मच गया है। राजद कार्यालय की ओर से जारी आदेश में लिखा गया है कि अनुशासन के विपरीत जन सुराज संगठन से जुड़ कर दल विरोधी कार्य कर रहे हैं, जिससे पार्टी की छवि धूमिल हुई है। राजद जिलाध्यक्ष सीपी यादव ने बताया कि राजद पार्टी में रहते हुए उक्त लोगों ने जनसुराज पार्टी की सदस्यता ली है। इसकी सूची प्रकाशित होने के साथ सामने आ गया कि कौन-कौन दल विरोधी कार्य में संलिप्त हैं। 

रूपौली में क्यों नहीं चला RJD का MY समीकरण? प्रशांत किशोर ने बताया कारण 

*पटना:* जन सुराज पदयात्रा के शिल्पकार प्रशांत किशोर बापू सभागार में RJD द्वारा अपने ऊपर भाजपा की B टीम पर जवाब देते हुए कहा कि, सत्य की अपनी एक ताकत है। सत्य को कोई नहीं हिला सकता। अगर सत्य की अपनी ताकत नहीं होती तो ये RJD वाले को डर नहीं लगता। RJD वालों को डर लग रहा है कि जितने लोग भी छोड़ कर भाग रहे हैं वो लालटेन के लोग हैं। लालटेन से किरासन तेल निकलना शुरू हो गया है, चिट्ठी आपने पढ़ी होगी। बिहार के लोग मुझे बताएं कि यहां जो 3 दल हैं उनमें सबसे ज्यादा घबराहट किस पार्टी में है? जिसके लालटेन से किरासन तेल निकल रहा है, डर उनमें है। 

चिट्ठी आपने पढ़ी होगी, RJD के लालटेन से निकलने लगा है तेल, बस अल्पसंख्यक साथी निकले की लालटेन बुझा: प्रशांत किशोर

आने वाले दिनों में लालटेन ही बचेगा तेल नहीं बचने वाला है आप देख लीजियेगा। आज बिहार में जिस समुदाय को डरा रहे हैं कि ये भाजपा की B टीम है, ये वही किरासन तेल है। जिस दिन माइनॉरिटी के साथी निकले की लालटेन बुझा। आपने देखा होगा अभी रूपौली में चुनाव हुआ लोग मुझे पदयात्रा करते समय ज्ञान देते थकते नहीं हैं कि भैया बिहार MY समीकरण है, NDA का समीकरण है। मैं हर रोज कहता हूं कि जाति-धर्म पर वोट नहीं पड़ता है, लेकिन कुछ लोग मानने को तैयार नहीं होते, नतीज़ा क्या हुआ? आपने देखा होगा रूपौली में 14 से 15 हजार यादव रहते हैं और 45 हजार मुसलमान रहते हैं मगर आपने देखा होगा RJD की उम्मीदवार बीमा भारती को 30 हजार वोट आया। आज वो रूपौली में तीसरे स्थान पर आई, कहां गया MY समीकरण? बिहार में लोग कहते हैं कि सभी अतिपिछड़ा समाज के लोग नीतीश कुमार के साथ हैं भाजपा के साथ हैं तो फिर कहाँ गए कलाधर मंडल? वो दूसरे नंबर पर रहे। करीब-करीब गंगोता समाज के लोग 80 हजार हैं। यही कारण है कि मैं समझा रहा हूं कि यहां कोई किसी का बंधुआ मजदूर नहीं है।