बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन ने की कोविड से मृत पत्रकारों के आश्रितों को आर्थिक सहायता देने की मांग

9 अप्रैल को गया के पत्रकार मनीष कुमार का कोरोना संक्रमण से निधन हुआ था

बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन ने की कोविड से मृत पत्रकारों के आश्रितों को आर्थिक सहायता देने की मांग

गया से अमरेंद्र सिंह की रिपोर्ट

गया : बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन की प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य कमल किशोर ने राज्य में कोरोना से मृत पत्रकारों के आश्रितों को कम से कम 20 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान किए जाने की मांग राज्य सरकार से की है ।
श्री किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भेजे पत्र में कहा है कि कोरोना संक्रमण के इस संकटपूर्ण दौर में पत्रकार तथा मुफस्सिल स्तर पर कार्य कर रहे संवाददाता फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स के रूप में काम कर रहे हैं और इस दौरान कोरोना से संक्रमित होकर अब तक गया, वैशाली, भागलपुर , नवादा, भोजपुर जिलों समेत राज्य भर में आधा दर्जन से अधिक पत्रकारों की मृत्यु हो चुकी है । उन्होंने कहा कि कोरोना से मृत पत्रकारों के आश्रितों को राज्य सरकार की ओर से विशेष सहायता का प्रावधान शीघ्र किया जाना चाहिए ।
श्री किशोर ने कहा कि समाज में पत्रकारों के योगदान एवं कार्य को देखते हुए उनके लिए इस तरह की विशेष सहायता का प्रबंध किया जाना निहायत आवश्यक है । उन्होंने कहा कि भारत सरकार के प्रसार भारती ने भी देश के विभिन्न हिस्सों में कार्य कर रहे अपने संवाददाताओं के लिए कोविड संक्रमित होकर मृत होने की स्थिति में उनके आश्रितों को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करने का प्रावधान कर दिया है लेकिन अभी तक राज्य सरकार ने प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में कार्यरत पत्रकारों के लिए इस तरह की कोई योजना की घोषणा नहीं की है । पत्र में मुख्यमंत्री से आशा व्यक्त की गई है कि वे इस दिशा में शीघ्र ही कोई अपेक्षित निर्णय लेकर घोषणा करेंगे ।
बता दें कि गया जिले के गुरुआ प्रखंड क्षेत्र से दैनिक जागरण के लिए खबर लिखने वाले पत्रकार मनीष कुमार का निधन कोविड बीमारी से 19 अप्रैल को हो गया है। इसके बाद गया इकाई के पत्रकारों में शोक की लहर है। मृतक के भाई मृत्युंजय कुमार ने बताया कि उन्होंने गुरुआ के अंचलाधिकारी से मिलकर आर्थिक सहायता देने की मांग की तो उन्हें बताया गया कि इस वर्ष कोरोना से मृत व्यक्ति को राहत आपदा कोष से सहायता राशि दिए जाने संबंधित सरकार का कोई आदेश या निर्देश नहीं प्राप्त उन्हें नही हुआ है। उन्होंने बताया कि यदि इस प्रकार का कोई आदेश आता है इसके लिए प्रयास करने का आश्वासन दिया है।