सीएम रघुवर ने निर्दलीय प्रत्याशी सरयू राय के आगे घुटने टेके, सरयू राय ने ही किया था चारा घोटाला और माइनिंग घोटाले का पर्दाफाश
रघुवर दास 1995 से लगातार पांच बार विधायक रह चुके हैं। इससे पहले वह एक भी चुनाव नहीं हारे। लेकिन पार्टी से बागी हुए नेता व पूर्व मंत्री सरयू राय ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उन्हें हार के मुंह में धकेल दिया।
रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री और भाजपा के नेता रघुवर दास चुनाव हार गए है।मिली सूचना के अनुसार जमशेदपुर ईस्ट से सरयू राय रघुवर दास को पछाड़ते हुए 5452 वोटों से चुनाव जीत गए हैं। सीएम रघुवर दास के राजनीतिक सफर को यह सबसे बड़ा झटका लगा है। आपको बता दे की रघुवर दास को कुल 52646 वोट मिले,जबकि सरयू राय को कुल 68098 वोट मिले।
रघुवर दास 1995 से लगातार पांच बार विधायक रह चुके हैं। इससे पहले वह एक भी चुनाव नहीं हारे। लेकिन पार्टी से बागी हुए नेता व पूर्व मंत्री सरयू राय ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उन्हें हार के मुंह में धकेल दिया। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में सरयू राय की जीत एक बड़ी जीत मानी जा रही है।
पार्टी से बगावत करने के बाद रघुवर दास के ही पूर्व कैबिनेट मंत्री सरयू राय ने जब जमशेदपुर ईस्ट से नामांकन दाखिल किया तो मीडिया में सुर्खियां बटोरीं थीं, क्योंकि 1995 से अब तक रघुवर दास यहां से एक भी चुनाव नहीं हारे थे। यहां से टिकट न मिलने पर सरयू राय ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया था।
सरयू राय जमशेदपुर वेस्ट से टिकट मांग रहे थे लेकिन पार्टी ने उन्हें यहां से टिकट देने से इनकार कर दिया जिसके बाद उन्होंने रघुवर दास की सीट जमशेदपुर ईस्ट से ही पर्चा दाखिल करने का फैसला किया था।
रॉय के अनुसार, वह आठ साल की उम्र से ही आरएसएस से जुड़े रहे हैं। 1974 में आरएसएस ने उन्हें भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेवाईएम) में भेजा था। सरयू प्रसाद ही वह शख्स हैं जिसने 950 करोड़ रुपए के चारा घोटाले का पर्दाफास किया था। परिणाम स्वरूप बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव अब जेल में हैं। राय मधु कोडा सरकार द्वारा 4000 करोड़ माइनिंग घोटाला भी उजागर करने वाले में से प्रमुख नाम रहा है।