रक्तदान जीवन दान” रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी मनोज कुमार मिश्र ने सात बार किया रक्तदान
चक्रधरपुर। भारतीय पुलिस सेवा के 1991 बैच के अधिकारी और बोकारो क्षेत्र से आइजी के पद से सेवानिवृत्त हुए मनोज कुमार मिश्र का भी रक्तदान के प्रति लगाव रहा है। श्री मिश्र का मानना है कि पीड़ित मानवता की सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं होता है रक्तदान सही मायने में जीवन दान के समान है। वह बताते हैं कि अपने सेवाकाल के दौरान उन्होंने सात बार रक्तदान किया है। वे जहां भी पदस्थापित रहे लोगों को रक्तदान के प्रति प्रेरित करते रहे हैं। श्री मिश्रा पश्चिम सिंहभूम, कोडरमा में एसपी रहे। कोल्हान के डीआईजी एवं बोकारो के आईजी रहे। प्रशासनिक कार्यकुशलता के बलबूते पुलिस महकमे के अलावा जनता के बीच भी अपनी विशिष्ट पहचान बनाने में सफल रहे श्री मिश्र मानव सेवा के प्रति भी समर्पित हैं। उन्होंने बताया कि सेवाकाल के दौरान कार्यव्यस्तता के कारण अधिक बार रक्तदान तो नहीं कर पाए, लेकिन इस कार्य को हमेशा प्रोत्साहित किया। वर्तमान समय में उम्र के कारण अब रक्तदान नहीं कर पा रहे हैं। लेकिन सामाजिक कार्यों से इनका जुड़ाव काफी रहा है।