पंजाब नेशनल बैंक के वरिष्ठ शाखा प्रबंधक ने कैडेटों को बैंकिंग धोखाधड़ी के बारे दी जानकारी

पंजाब नेशनल बैंक के वरिष्ठ शाखा प्रबंधक ने कैडेटों को बैंकिंग धोखाधड़ी के बारे दी जानकारी

पंजाब नेशनल बैंक के वरिष्ठ शाखा प्रबंधक ने कैडेटों को बैंकिंग धोखाधड़ी के बारे दी जानकारी

बोधगया। निगमा मॉनेस्ट्री में 6 बिहार बटालियन एनसीसी द्वारा आयोजित 11वीं संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर में शनिवार को  पंजाब नेशनल बैंक के वरिष्ठ शाखा प्रबंधक गौरव कुमार ने एनसीसी कैडेटों को बैंकिंग धोखाधड़ी के बारे में विस्तार से जानकारी दी।आप सभी देश का भविष्य हैं, और यह हमारा कर्तव्य है कि हम आपको उन चुनौतियों से अवगत कराएँ जो हमारे समाज और अर्थव्यवस्था को प्रभावित करती हैं। बैंकिंग धोखाधड़ी एक ऐसी समस्या है जो न केवल बैंकों को, बल्कि आम नागरिकों और देश की आर्थिक स्थिरता को भी प्रभावित करती है।बैंकिंग धोखाधड़ी वह अवैध गतिविधि है जिसमें कोई व्यक्ति या समूह अनुचित तरीके से धन प्राप्त करने के लिए बैंकिंग प्रणाली का दुरुपयोग करता है। यह धोखाधड़ी कई रूपों में हो सकती है, जैसे फर्जी ऋण, क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी, ऑनलाइन फिशिंग,पहचान की चोरी, या फर्जी दस्तावेजों का उपयोग। हाल के वर्षों में, डिजिटल बैंकिंग के बढ़ते उपयोग के साथ, साइबर धोखाधड़ी के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। उदाहरण के लिए, फिशिंग ईमेल,फर्जी वेबसाइट्स, या अनधिकृत यूपीआई लेनदेन के जरिए लोग लाखों रुपये गंवा रहे हैं।बैंकिंग धोखाधड़ी का प्रभाव केवल आर्थिक नुकसान तक सीमित नहीं है।यह बैंकों के प्रति लोगों का विश्वास कम करती है, जो कि किसी भी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है।जब लोग बैंकों पर भरोसा खो देते हैं, तो वे बचत करने या निवेश करने से हिचकिचाते हैं,जिसका असर पूरे देश की आर्थिक प्रगति पर पड़ता है।इसके अलावा,धोखाधड़ी से प्रभावित व्यक्ति को मानसिक और सामाजिक तनाव का सामना करना पड़ता है।यह हमारी जिम्मेदारी आप एनसीसी के सदस्य हैं,और आप में अनुशासन,नेतृत्व और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना कूट-कूटकर भरी है।बैंकिंग धोखाधड़ी को रोकने में आप महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।सबसे पहले,आपको स्वयं जागरूक होना होगा।डिजिटल लेनदेन करते समय सावधानी बरतें।अपने बैंक खाते की जानकारी,जैसे पासवर्ड, ओटीपी, या पिन, किसी के साथ साझा न करें।फर्जी कॉल्स या मैसेज से सतर्क रहें, जो आपको तुरंत कार्रवाई करने के लिए दबाव डालते हैं।अपने परिवार और समुदाय को शिक्षित करें। आप अपने आसपास के लोगों को साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूक कर सकते हैं। कोई भी बैंक कर्मचारी फोन पर आपका ओटीपी या पासवर्ड नहीं माँगता। तीसरा, यदि आपको कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे, तो तुरंत अपने बैंक और स्थानीय पुलिस को सूचित करें।पंजाब नेशनल बैंक जैसे संस्थान धोखाधड़ी रोकने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। हमने उन्नत तकनीकों, जैसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग, को अपनाया है ताकि संदिग्ध लेनदेन का पता लगाया जा सके। इसके अलावा, हम ग्राहकों को जागरूक करने के लिए नियमित रूप से अभियान चलाते हैं। लेकिन यह केवल बैंकों की जिम्मेदारी नहीं है। यह एक सामूहिक प्रयास है जिसमें आप जैसे जागरूक नागरिकों की भागीदारी जरूरी है।आप देश के सजग प्रहरी हैं।आप अपने स्कूलों, कॉलेजों, और समुदायों में जागरूकता फैलाकर इस समस्या से लड़ सकते हैं। एनसीसी के मंच का उपयोग करके, आप अपने साथियों को डिजिटल साक्षरता और वित्तीय सुरक्षा के बारे में शिक्षित कर सकते हैं। इसके लिए आप नुक्कड़ नाटक, सेमिनार, या सोशल मीडिया अभियान जैसे माध्यमों का उपयोग कर सकते
 हैं।आपकी जागरूकता, अनुशासन, और नेतृत्व कौशल इस लड़ाई में महत्वपूर्ण हथियार हैं। आइए, हम सब मिलकर एक ऐसी व्यवस्था बनाएँ जहाँ हर नागरिक सुरक्षित और आत्मविश्वास के साथ अपनी वित्तीय गतिविधियाँ कर सके। आपका एक छोटा कदम देश की अर्थव्यवस्था को और मजबूत बना सकता है। वहीं बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल पंकज कुमार (कीर्ति चक्र) ने पंजाब नेशनल बैंक के शाखा प्रबंधक गौरव कुमार को मोमेंटो देकर सम्मानित किया।