जीबीएम कॉलेज में धनतेरस एवं दीपोत्सव पर एनएसएस, एनसीसी, कला परिषद एवं गृहविज्ञान विभाग की ओर से रंगोली प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

जीबीएम कॉलेज में धनतेरस एवं दीपोत्सव पर एनएसएस, एनसीसी, कला परिषद एवं गृहविज्ञान विभाग की ओर से रंगोली प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

जीबीएम कॉलेज में धनतेरस एवं दीपोत्सव पर एनएसएस, एनसीसी, कला परिषद एवं गृहविज्ञान विभाग की ओर से रंगोली प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

गया जी। गौतम बुद्ध महिला कॉलेज में प्रधानाचार्या डॉ सीमा पटेल के संरक्षण में एवं कॉलेज की एनएसएस इकाई, एनसीसी इकाई, कला परिषद एवं गृहविज्ञान विभाग के संयुक्त संयोजन में धनतेरस एवं महापर्व दीपावली के शुभ अवसर पर रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कॉलेज की एनएसएस प्रोग्राम अॉफिसर एवं कार्यक्रम समन्वयक डॉ कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी ने बताया कि प्रतियोगिता के तहत सभी प्रतिभागियों को दुर्गा, लक्ष्मी, सरस्वती, काली, पार्वती, एवं सीता टीमों में विभाजित कर दिया गया था। छात्राओं ने काफी उत्साह के साथ लाल, पीले, नीले, हरे, गुलाबी रंगों से सुसज्जित अत्यंत सुंदर रंगोलियाँ बनायीं। टिमटिमाते दीपकों से उसे सजाया भी। कल्पना, सौंदर्यीकरण, कलात्मकता एवं स्वच्छता के आधार पर टीम दुर्गा की श्रुति सिंह, शिवानी कुमारी एवं मुस्कान कुमारी की रंगोली को प्रथम स्थान मिला; टीम लक्ष्मी की रिया सिंह, श्वेता कुमारी, प्रीति कुमारी, शुभांगी मिश्रा एवं काजल कुमारी को द्वितीय; तथा टीम सरस्वती की नेहा, किरण, सुषमा एवं पूजा को, तथा टीम काली की खुशी राज, रीना सिन्हा एवं खुशी कुमारी को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। निर्णायक मंडल में नैक समन्वयक डॉ शगुफ्ता अंसारी, डॉ अनामिका कुमारी एवं डॉ वीणा कुमारी जायसवाल थीं।

वीडियो कॉल द्वारा कार्यक्रम से जुड़ीं प्रधानाचार्या डॉ सीमा पटेल ने सभी प्रतिभागियों एवं समस्त कॉलेज परिवार को दीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने छात्राओं द्वारा बनायी गयी रंगोलियों की प्रशंसा करते हुए सुरक्षित तथा आनंदमय दीपावली मनाने का परामर्श दिया। एनसीसी सीटीओ डॉ नगमा शादाब ने छात्राओं से सावधानी से पटाखे जलाने की बात कही, तो गृहविज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ प्रियंका कुमारी ने छात्राओं को मिलावटी मिष्ठानों के सेवन से बचने कहा। पीआरओ डॉ रश्मि ने बताया कि कॉलेज द्वारा दीपोत्सव पर प्रतिवर्ष रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है, जिसका मूल उद्देश्य छात्राओं में कलात्मकता, भारतीय संस्कृति के प्रति अपनत्व एवं सम्मान भाव का विकास करना है। छात्राओं ने प्रतियोगिता में रुचि, तन्मयता, लगनशीलता एवं उत्साह के साथ भाग लिया। कार्यक्रम में डॉ फरहीन वज़ीरी, डॉ शुचि सिन्हा, डॉ कृति सिंह आनंद, डॉ पूजा, डॉ अफशां नाहिद, डॉ विजेता लाल, डॉ सीता एवं डॉ नुद्रतुन निसां की भी उपस्थिति रही।