आर्थिक रुप से कमजोर और ग्रामीण परिवेश में पले बढ़े बच्चों को देश के सर्वोच्च पद पर नौकरी करने का सपना होगा पुरा:-प्रभात रंजन पाठक
गया । आर्थिक रुप से कमजोर और ग्रामीण परिवेश में पले-बढ़े बच्चों के लिए सरकारी नौकरियों में सर्वोच्च पद यूपीएससी, बीपीएससी, जेपीसी की तैयारी के लिए अब दिल्ली, मुम्बई, कोलकता या अन्य किसी महानगरों के तरफ बिहार के मगध क्षेत्र के बच्चों को नहीं जाना पड़ेगा। एक हीं छत के नीचे आर्थिक रुप से कमजोर और ग्रामीण परिवेश में पले बढ़े बच्चे, जो देश के सर्वोच्च पद पर नौकरी करने का जो सपना देख रहें हैं। उन्हें पंख लगाने का काम देश के अलग-अलग जगहों पर पदस्थापित एक दर्जन से ज्यादा अधिकारी मार्गदर्शन कर करेंगें। आईएएस, आईपीएस, बीपीएस और जीपीएस की तैयारी को बेहतर तरीक़े से आसान बनाएंगे। क्योंकि सही मार्गदर्शन और सही दिशा में मेहनत से हीं यह सब पद हासिल किया जा सकता है। यह उक्त बातें गया जिले के डोभी प्रखण्ड के पाठक विगहा के निवासी और मुम्बई में पदस्थापित भारतीय राजस्व सेवा के वरिष्ठ अधिकारी प्रभात रंजन पाठक ने गया शहर स्थित बिसार तालाब के समीप सर्वोदय आईएएस के उद्घाटन करते हुए कही। इस अवसर पर आर्थिक रुप से कमजोर और ग्रामीण परिवेश में पले बढ़े प्रभात रंजन पाठक ने कहा बिहार में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। सबसे ज्यादा आईएएस और आईपीएस हर वर्ष बिहार से ही चयनित होते रहें हैं। लेकिन गरीब-किसान और ग्रामीण क्षेत्र से होने के कारण तथा आर्थिक रुप से कमजोरी के तहत अधिकांश मात-पिता के साथ-साथ मेधावी बच्चे के सपने चकनाचूर हो जाता है। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए, प्रभात रंजन पाठक और इनके अधिकारी दोस्त ने मिलकर सर्वोदय आईएएस संस्थान का शुभारंभ रविवार को किया गया है। इस अवसर पर पाठक ने कहा कि हमारी कोशिश है कि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों का हर हाल में सपना पूरा हो। हमलोग सभी अधिकारी सभी बच्चों को मार्गदर्शन करेंगें। इस अवसर पर भारतीय राजस्व सेवा के सुनील शौकीन, निरंजन कुमार, चंचल चितवन, महेंद्र प्रताप सिंह, सुप्रिया,शोभा सुबोध, श्रीकांत, प्रबंध निदेशक नारायण महतो सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अन्नु प्रकाश ने किया और धन्यवाद ज्ञापन विवेक कुमार ने किया।