वीरता, संस्कृति और समर्पण के रंग: कोबरा बटालियन का स्थापना पर्व”

वीरता, संस्कृति और समर्पण के रंग: कोबरा बटालियन का स्थापना पर्व”

वीरता, संस्कृति और समर्पण के रंग: कोबरा बटालियन का स्थापना पर्व”

गया । सीआरपीएफ की विशेष शाखा 205वीं कोबरा बटालियन के 17वें स्थापना दिवस समारोह का शुभारंभ पुलिस महानिरीक्षक बिहार सेक्टर राज कुमार,और कमांडेट नरेश पंवार ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।बरवाडीह स्थित 205-कोबरा मुख्यालय परिसर में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में वीरता, संस्कृति और समर्पण का अद्वितीय संगम देखने को मिला।205 कोबरा के सेकेंड इन कमांड रूप नारायण बिरौली ने मेमोंटो (स्मृतिचिन्ह) और अंगवस्त्र भेंट कर समारोह में आये अतिथियों स्वागत किया।समारोह में 205 कोबरा के जवानों एवं अधिकारीयों की बहादुरी और बलिदान को श्रद्धापूर्वक स्मरण किया गया। वर्ष 2009 में मोकामा घाट से गठित इस बटालियन ने देश के विभिन्न नक्सल प्रभावित इलाकों में शांति स्थापित करने में निर्णायक भूमिका निभाई है। अपने स्थापना से लेकर अब तक गृह मंत्रालय द्वारा कुल 6 बार इस बटालियन को “सर्वश्रेष्ठ ऑपरेशन बटालियन” का दर्जा दिया गया है। वीरगति को प्राप्त सिपाही भृगुनंदन चौधरी, कीर्ति चक्र और अन्य सभी शहीदों को को श्रद्धांजलि अर्पित की गई, तथा शौर्य चक्र से सम्मानित चंदन कुमार, सहायक कमांडेंट,  सिपाही अमरनाथ मिश्रा, दिलीप मलिक, डीसी और विभोर कुमार सिंह, सहायक कमांडेंट के योगदान को विशेष रूप से याद किया गया।कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने माहौल को संगीतमय बना दिया। “श्री गणेशा देवा” की भक्ति वंदना से शुरुआत हुई, तो वहीं निश्का नरेन्द्र द्वारा भरतनाट्यम तथा कृत्वी किरण की प्रस्तुति “ऐसी लागी लगन मीरा हो गई मगन” ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। केन्द्रीय विद्यालय संगठन बरवाडीह के नन्हे बच्चों ने “छोटा बच्चा जान के…” गीत पर जोशीली प्रस्तुति देकर खूब तालियाँ बटोरीं।
स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में सप्ताह भर विविध प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिनमें रक्तदान शिविर, प्रश्नोत्तरी, रंगोली, बैडमिंटन, तैराकी, फैंसी ड्रेस, म्यूजिकल चेयर, साड़ी वॉकथॉन और निशानेबाजी जैसी स्पर्धाएं शामिल रहीं।महिलाओं और बच्चों की उत्साहपूर्ण भागीदारी ने आयोजन को जनउत्सव का रूप दे दिया।
राज कुमार, आईजी, बिहार सेक्टर ने अपने संबोधन में बताया कि 205 कोबरा बटालियन विशेष अभियानों के लिए गठित की गई थी,जिसका मुख्यालय बरवाडीह, गया में है। फिलहाल इसकी सभी नौ टीमें छत्तीसगढ़ के बीजापुर में तैनात हैं।कोबरा न केवल ऑपरेशनल मोर्चे पर अग्रणी है, बल्कि आम नागरिकों के बीच सुरक्षा और विश्वास का माहौल भी कायम कर रही है। 17 वर्षों की यह यात्रा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अमन और विकास की ओर बढ़ते भारत की कहानी है। कार्यक्रम के अंत में अंजू वाइफ ऑफ़ राज कुमार पुलिस महानिरीक्षक बिहार सेक्टर,रीता पंवार  वाइफ ऑफ़ नरेश पंवार 205 कोबरा कमांडेंट, सारिका वाइफ ऑफ़ रुपनारायण विरोली सेकेंड इन कमांड 205 कोबरा ने   उत्कृष्ट करने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित किया।इस मौके पर 47 बटालियन सीआरपीएफ के कमांडेंट अवधेश कुमार, द्वितीय कमान अधिकारी मनोज सांगा, 29वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के द्वितीय कमान अधिकारी रविशंकर,गया एयरपोर्ट के चीफ एयरपोर्ट सिक्योरिटी ऑफिसर डिप्टी कमांडेंट नरेश जोशी,205 कोबरा डिप्टी कमांडेंट नरेंद्र कुमार डिप्टी कमांडेंट धीरेन्द्र पाठक,असिस्टेंट कमांडेंट दिव्या प्रकाश पाण्डेय,असिस्टेंट कमांडेंट रॉबर्ट हकीप असिस्टेंट कमांडेंट दीपक खजुरिया, असिस्टेंट कमांडेंट रोहित सहित अन्य मौजूद थे।