गैंगस्टर संजीव जीवा को वकील के भेष में आये हमलावरों ने कोर्ट परिसर में ही गोलियों से भून दिया

मुन्ना बजरंगी और मुख़्तार अंसारी के लिए काम करते-करते ख़ुद बन गया था दुर्दांत गैंगस्टर। गैंगस्टर की पत्नी पायल 2017 में मुजफ्फरनगर से रालोद के टिकट पर विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुकी है।

गैंगस्टर संजीव जीवा को वकील के भेष में आये हमलावरों ने कोर्ट परिसर में ही गोलियों से भून दिया

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश में प्रशासन की मौजूदगी में हत्या करना एक पैशन का रूप लेता जा रहा है। अभी कुछ दिनों पहले प्रदेश के ख़ूँख़ार अपराधी की हत्या पुलिस की मौजूदगी में ही कर दी गई थी। उस समय हत्यारे मीडियाकर्मी की वेश में थे। लखनऊ के कैसरबाग कोर्ट परिसर में पेशी के ले जाते वक़्त गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी जीवा (Gangster Sanjeev Jeeva) की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। इस बार हत्यारे वकील की वेशभूषा में थे। एक बच्ची को भी गोली लगी है। वारदात में एक पुलिसकर्मी भी घायल हुआ है। उत्तर प्रदेश पुलिस की मौजूदगी में ही गैंगस्टर अतीक अहमद की गोली मारकर हत्या के दो महीने बाद कोर्ट परिसर में हुई इस हत्या के बाद एक बार फिर पुलिस सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं। घटना का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें देखा गया है कि हत्यारों ने किस तरह घटना को अंजाम दिया।

पुलिस ने घटना में शामिल एक हमलावर को हिरासत में लिया है। जिसे घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आरोपी की पहचान विजय यादव, पुत्र श्यामा यादव केराकत जिला जौनपुर के रूप में हुई है। विजय यादव पर 22 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। घटना के बाद से कोर्ट परिसर में हड़कंप मचा हुआ है। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद हैं।

मृतक संजीव मूल रूप से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शामली ज़िला में आदमपुर गाँव का रहने वाला था। बहुचर्चित कृष्णा नंद राय हत्याकांड में संजीव जीवा आरोपी था और इलाक़े में एक दुर्दांत अपराधी के तौर पर इसकी पहचान थी। जीवा बीजेपी नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या का आरोपी भी था। गैंगस्टर संजीव पर एके 47 की ख़रीद-बिक्री का भी आरोप था।संजीव जीवा को अपराध की दुनिया में डॉक्टर के नाम से भी जाना जाता था। जीवा उत्तर प्रदेश का कुख्यात मुख़्तार अंसारी का काफ़ी करीबी माना जाता था।  

उत्तर प्रदेश के कुख्यात अपराधियों से जुड़ा हुआ था संजीव जीवा

संजीव जीवा पहले मुन्ना बजरंगी गैंग के लिए काम करता था। बाद में वो मुख्तार अंसारी के लिए भी काम करने लगा था।  संजीव पर यूपी-उत्तराखंड में करीब 50 मुकदमे दर्ज हैं। संजीव की पत्नी पायल 2017 में मुजफ्फरनगर से रालोद के टिकट पर विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुकी थी।