दैनिक जागरण में छपी मुख्य खबर को फर्जी बताया भारत सरकार ने
आज दैनिक जागरण अपने राष्ट्रीय संस्करण के मुख्य पन्ने पर "भारत ने पाकिस्तान पर फिर की सर्जिकल स्ट्राइक" नाम से प्रमुख खबर बनाई है।
भारत का तथाकथित सर्वाधिक प्रसार संख्या वाला समाचार पत्र ” दैनिक जागरण” आज अपने राष्ट्रीय संस्करण में एक ऐसी खबर को अपना मुख्य खबर बनाया है, जिसे भारत सरकार के “प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो” के फैक्ट चेक विभाग ने फर्जी साबित किया है। आपको बता दें की आज दैनिक जागरण अपने राष्ट्रीय संस्करण के मुख्य पन्ने पर “भारत ने पाकिस्तान पर फिर की सर्जिकल स्ट्राइक” नाम से प्रमुख खबर बनाई है। दैनिक जागरण ने अपनी इस खबर में लिखा है कि भारतीय सेना ने राजौरी-पंच इलाक़े में सीमा से लगभग ढाई किलोमीटर भीतर जाकर सात से आठ आतंकियों को मार गिराया साथ ही उनके चार लांचिंग पैड को भी तबाह कर दिया है।
भारत सरकार के “प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो” ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर ट्वीट करते हुए कहा है कि दैनिक जागरण में छपी यह खबर बिलकुल ग़लत है और इस खबर पर फर्जी होने की मुहर भी लगा दी है।
गूगल की मानें तो दैनिक जागरण भारत में सर्वाधिक पढ़ा जाने वाला समाचार पत्र है, जिसके औसत अंक पाठक संख्या (AIR) 16.37 मिलियन है। वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ न्यूजपेपर्स (WAN) ने दैनिक जागरण को दुनिया में सबसे ज्यादा पढ़े जाने वाले अखबारों में से एक घोषित किया है। सबसे ख़ास बात यह है कि दैनिक जागरण ने अपने राष्ट्रीय संस्करण में इस खबर को जगह दी है। ऐसे में यह खबर पूरे देश के पाठकों ने पढ़ी होगी। इस खबर के छपने और भारत सरकार द्वारा इसे फर्जी घोषित किए जाने के बाद दैनिक जागरण के पाठकों में इस अख़बार के प्रति अविश्वास और निराशा का भाव पनपेगा। आज भी समाचार पाठक जहां अख़बारों को विश्वसनीय मानते हैं, वहीं ऐसे फर्जी खबरों को एक प्रमुख अख़बार द्वारा प्रमुख खबर बनाना गंभीर चिंता का विषय है।
भारत सरकार को चाहिए की प्रेस कि स्वतंत्रता के साथ-साथ उसकी विश्वसनीयता पर भी विशेष ध्यान दे और फर्जी खबरों को पाठकों के समक्ष प्रस्तुत करनेवाले मीडिया समूह पर नकेल कसे।