दुनिया की सर्वश्रेष्ठ हवाई अड्डों में से एक “नवी मुंबई अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा” यात्रियों को रोमांचित कर देगा

इस हवाई अड्डे का निर्माण चार चरण में संपन्न होगा , जो ऊर्जा संरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल होगा। हवाई अड्डे में स्थित टर्मिनल का डिजाइन भारत के राष्ट्रीय फूल कमल के जैसा होगा।

दुनिया की सर्वश्रेष्ठ हवाई अड्डों में से एक “नवी मुंबई अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा” यात्रियों को रोमांचित कर देगा

भारत की मायानगरी कही जानेवाली नवी मुंबई को एक खूबसूरत और अत्याधुनिक सुविधायुक्त अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा मिलने जा रहा है। नवी मुंबई के उल्वे में मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) के केंद्र में इस नये हवाई अड्डे का निर्माण हो रहा है। अदाणी एयरपोर्ट्स के द्वारा इस हवाई अड्डे का निर्माण किया जा रहा है। इस हवाई अड्डे का निर्माण चार चरण में संपन्न होगा , जो ऊर्जा संरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल होगा। हवाई अड्डे में स्थित टर्मिनल का डिजाइन भारत के राष्ट्रीय फूल कमल के जैसा होगा। पहले दो चरण दिसंबर 2024 तक पूरे हो जाएंगे। नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, जिसे अब डीबी पाटिल नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा का नाम दिया गया है, महाराष्ट्र की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है, जो 1160 हेक्टेयर क्षेत्र में बनाया जा रहा है। यह मुंबई में मौजूदा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के समानांतर काम करेगा। इस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण कार्य भूमि अधिग्रहण के बाद 2022 में शुरू हुआ। दिसंबर 2024 तक इसे पूरा करने लक्ष्य निर्धारित है। हम आपको इस मेगा प्रोजेक्ट से जुड़ी ख़ास जानकारियाँ दे रहे हैं।

नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की क्या आवश्यकता है?
मुंबई में छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा देश का दूसरा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है। केवल 1 रनवे के संचालन के साथ, एक घंटे में केवल 40-50 उड़ानें ही संचालित की जा सकती हैं। मुंबई हवाई अड्डा हर दिन 950 से अधिक विमानों की आवाजाही को संभालता है। मुंबई जैसे शहर में बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए दूसरे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की आवश्यकता स्पष्ट है, जिसे लेकर दूसरे हवाई अड्डे का विचार प्रस्तावित किया गया था।

1160 हेक्टेयर में फैला होगा नवी मुंबई एयरपोर्ट

क्या ख़ास है इस परियोजना में?
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 2018 में आयोजित ग्राउंडब्रेकिंग समारोह में इस परियोजना के शिलान्यास पट्टिका का अनावरण किया। परियोजना दिसंबर 2020 में अपना संचालन शुरू करने वाली थी लेकिन COVID-19, स्थानीय लोगों द्वारा विरोध और भूमि अधिग्रहण में देरी के कारण यह समय पर शुरू नहीं हो पाया। इस हवाई अड्डे को 2032 तक 4 चरणों में बनाया जाएगा, हालाँकि अगले साल तक पहले दो चरण को पूरा कर लिया जाएगा और इस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को चालू कर दिया जाएगा। नवी मुंबई में यह परियोजना 4 लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा करेगी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि इससे मुंबई हवाईअड्डे पर बोझ कम होगा और यह नया हवाईअड्डा न केवल महाराष्ट्र बल्कि देश के लिए भी महत्वपूर्ण होगा।

अदानी समूह ने 2021 में नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में एक नियंत्रित हिस्सेदारी हासिल कर ली। सिडको से जमीन के हैंडओवर के बाद, अडानी ग्रुप ने जून 2022 में टर्मिनल और रनवे के लिए निर्माण कार्य शुरू किया। सूत्रों के मुताबिक, यह परियोजना दिसंबर 2024 की समय सीमा को पूरा करने के लक्ष्य के क़रीब है।

पहले दो चरण के लिए तेज़ी से काम किया जा रहा है

नवी मुंबई एयरपोर्ट से क्या फ़ायदा होगा?
इस हवाई अड्डे तक सड़क, मेट्रो रेल और उपनगरीय रेलवे के माध्यम से आसानी से पहुँचा जा सकेगा। यह हवाई अड्डा नवी मुंबई मेट्रो लाइन 1 और मुंबई मेट्रो लाइन 8 को जोड़ता है। साथ ही, हवाई अड्डा मुंबई-हैदराबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर का शुरुआती बिंदु होगा। नवी मुंबई हवाई अड्डे और मुंबई हवाई अड्डे के बीच की दूरी 40 किमी से कम होगी। हवाईअड्डा 22 किलोमीटर के मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक (MTHL) से जुड़ा होगा, जो हवाईअड्डे और महानगर के बीच मुख्य सड़क को आपस में जोड़ने के रूप में काम करेगा।

2022 में अदाणी एयरपोर्ट्स ने काम शुरू कर दिया था

नवी मुंबई हवाई अड्डा में कैसी होगी सुविधाएं?
नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में कार्गो टर्मिनल भवन, स्वतंत्र संचालन के लिए समानांतर रनवे, दो समानांतर रनवे 3700 मीटर लंबे और 60 मीटर चौड़े होंगे (दोनों के बीच 1.55 किमी की दूरी होगी), एप्रन क्षेत्र, एक कार्गो कॉम्प्लेक्स, टैक्सीवे, एक विमान रखरखाव साइट, दीर्घकालिक विमान पार्किंग और भी बहुत कुछ शामिल होगा। एक वर्ष में दो मिलियन यात्रियों की क्षमता वाला कम लागत वाला कैरियर टर्मिनल भी पहले चरण का हिस्सा होगा। टर्मिनल भवनों में यात्रियों की सुविधा के लिए फूड कोर्ट, लाउंज और कई अन्य सुविधाएं होंगी। स्टेशन पर उपयोग किए जाने वाले सभी वाहन इलेक्ट्रिक होंगे, और पूरे हवाई अड्डे पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। यह बड़े पैमाने पर हरित बिजली का भी उपयोग करेगा, जिसका एक बड़ा हिस्सा साइट पर उत्पन्न होने वाली सौर ऊर्जा होगी। मुंबई के विपरीत, नवी मुंबई के आसपास का अधिकांश क्षेत्र पर्यावरण के अनुकूल हरा-भरा होगा।