जेपी सेनानी मसरूर आलम कि नमाज ए जनाज़ा में उमड़ी भीड़,पूरा शहर रहा सन्नाटा
गया(आमस)। शेरघाटी शहर के कद्दावर नेता व जेपी सेनानी मशरूर आलम का नमाज़े जनाजा बुधवार को शहर शेरघाटी के रंग लाल हाइ स्कूल के खेल मैदान में अदा कि गई। जहाँ हज़ारो कि संख्या में उनके चाहने वाले लोग उनके नमाज़ ए जनाज़ा में शामिल हुए।और उसके बाद उन्हें शुमाली मोहल्ला के कब्रिस्तान में सुपुर्दख़ाक कि गई।आपको बता दें कि बीते कुछ दिनों पहले उन्हें हार्ट अटैक आया था। जिसके बाद उनकी इलाज चल रही थीं।बेहतर इलाज के लिए उन्हें मंगलवार को कोलकाता ले जाया जा रहा था।जहाँ उन्होंने रास्ते में ही अंतिम सांस ली थी।इधर जैसे ही खबर लोगों मिली मानो सभी को सांप सूंघ लिया हो।किसी को विश्वास ही नहीं हो रहा था। लेकिन ज़ब स्पष्ट हो गया कि मशरूर आलम अब इस दुनिया में नहीं रहें तों लोगों कि आंखे आंसू से भर गया। इधर बुधवार को उनके नमाजे जनाज़ा में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री श्री जीतन राम मांझी, माखूदुमपुर विधायक सतीश दास, पूर्व स्पीकर उदयनारायण चौधरी,पूर्व मंत्री विनोद प्रसाद यादव, राजद के जिलाध्यक्ष मुर्शिद आलम, जिला परिषद के उपाध्यक्ष डॉ शीतल प्रसाद, पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी, बिंदी यादव, वासिम नैयर अंसारी, असद परवेज आदि शामिल हुए। वहीं इस दौरान जेपी सेनानी के वक़्त का मिला तिरंगा झंडा उनके जानज़े के ऊपर डाला गया था।आमस प्रखंड के प्रमुख लड्डन खान, राजद नेता वसीम अकरम, जदयू नेता वारिश अली खान, समाजसेवी आबिद सेराज अंसारी समेत कई नेताओं व समासेवियों ने मशरूर आलम के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। और कहा कि शेरघाटी ही नहीं बल्कि समूचे मगध में एक सच्चे समाजवादी नेता को खो दिया है। जिसकी भरपाई करने में सदी बीत जायेगा।