दबंग ग्रामीणों के बीच वर्चस्व की लड़ाई में निर्दोष की मौत

रिजनों को रो-रोकर बुरा हाल है ,चीत्कार से पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है

दबंग ग्रामीणों के बीच वर्चस्व की लड़ाई में निर्दोष की मौत

गया : मोहनपुर थाना क्षेत्र के राजवर एवं बरगावां गांव के बीच मंगलवार को वर्चस्व की लड़ाई में दो ग्रामीणों के बीच हो रही गोलीबारी में एक निर्दोष ग्रामीण की मौत हो गई। मोहनपुर थानाध्यक्ष विकास चंद्र यादव ने बताया कि प्रथम दृष्टया से मिली जानकारी के मुताबिक रामबली यादव ग्राम बरगावां के पास मुखिया पति दिलीप यादव एक साल पहले से बालू,गिट्टी का बकाया पैसे मांगने रामबली यादव के पास रामपुर बाजार पहुंचा तो रामबली यादव एवं ग्राम पंचायत डेमा के मुखिया पति दिलीप यादव के साथ विवाद हुआ। ग्राम पंचायत डेमा के मुखिया पति दिलीप यादव ने कहा कि पैसा नहीं दोगे तो तुम्हारी जमीन जोत लेंगे। पैसा नहीं देने की स्थिति में बरगावां स्थित गुहटी पोखर के समीप रामबली यादव की जमीन ट्रैक्टर से जोतवा रहा था। जिसको लेकर दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी होने लगी।जिसमें पोखर पर खड़े एक निर्दोष ग्रामीण मुकुल यादव( 30) ग्राम बरगांवां के पेट में गोली जा लगी। जिससे घटनास्थल पर ही मुकुल की मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल भेज दिया है।
थानाध्यक्ष विकास चंद्र यादव ने कहा कि मृतक के परिजनों के द्वारा लिखित आवेदन नहीं दिया गया है। जिस वजह से प्राथमिकी दर्ज नहीं की जा सकी है। उन्होंने कहा कि जबतक मृतक के परिजनों द्वारा लिखित आवेदन नहीं दिया जाता है, किसके द्वारा चलाई गई गोली से मुकुल की मौत हुई है यह कहना मुश्किल है। इधर पुलिस ने मुखिया पति दिलीप यादव एवं रामबली यादव के भाई राजू यादव को हिरासत में लिया है। थानाध्यक्ष ने कहा कि दोनों गांव के बीच अभी तनाव बना हुआ है। जिसे देखते हुए पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। उन्होंने कहा कि जानकारी मिल रही है कि उक्त दोनों के बीच पुराना झगड़ा भी चल रहा था। जिस कारण आज इस तरह की घटना को अंजाम दिया गया है। इधर मृतक मुकुल यादव के परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल है। चीत्कार से पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। मृतक के पिता सुरेश यादव ने बताया कि उसका पुत्र निर्दोष था। वह झगड़ा देखने चला गया था। इसी बीच कुछ ही देर में पता चला कि मेरे पुत्र को गोली लग गई है। जिससे उसकी मौत हो गई है। जिससे हमारे पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। घर में भरण पोषण करने वाले पुत्र को हम खो बैठे हैं। इधर इस तरह की घटना को लेकर पूरे प्रखंड में चर्चा का विषय बना हुआ है कि चंद पैसे को लेकर मुखिया पति ने इस तरह की कांड को अंजाम दिया है।