बेमिसाल रहा आईपीएस ऋषभ झा का एक वर्ष का कार्यकाल

बेमिसाल रहा आईपीएस ऋषभ झा का एक वर्ष का कार्यकाल

विनय मिश्रा की रिपोर्ट

रांची/चतरा : भारतीय पुलिस सेवा के वर्ष 2016 बैच के अधिकारी ऋषभ कुमार झा फिलवक्त झारखंड के नक्सल प्रभावित जिला चतरा में बतौर पुलिस अधीक्षक कार्यरत हैं। हाल ही में उन्होंने यहां एक वर्ष का कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरा किया है। इस दौरान उन्होंने अपराध नियंत्रण की दिशा में कई कारगर कदम उठाए, जिसका सकारात्मक परिणाम सामने आया है। जिले को अपराधमुक्त करना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है। यह सर्वविदित है कि चतरा उग्रवाद प्रभावित जिला है। यहां की भौगोलिक स्थितियां भी नक्सलियों के लिए अनुकूल मानी जाती हैं। श्री झा ने चतरा में पुलिस अधीक्षक के रूप में पदभार ग्रहण करते ही नक्सलियों की नकेल कसना शुरू कर दिया। इस दिशा में उन्हें काफी हद तक सफलता भी मिली। नक्सली गतिविधियों पर नियंत्रण, आपराधिक वारदातों में कमी, बेहतर विधि-व्यवस्था आदि श्री झा के कार्यकाल के दौरान सफलतम उपलब्धियां रही हैं। श्री झा एक कर्तव्यनिष्ठ और जांबाज पुलिस अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने चतरा में पदभार ग्रहण करने के बाद समाज की मुख्यधारा से भटके खासकर ग्रामीण युवाओं का आह्वान करते हुए उन्हें बंदूकें छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ने की अपील की। इसका बहुत हद तक सकारात्मक परिणाम भी सामने आया। उनका मानना है कि अपराधमुक्त समाज से ही सामाजिक नव-निर्माण की परिकल्पना को साकार किया जा सकता है। इस दिशा में पुलिस-प्रशासन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। श्री झा अपने मातहत पुलिसकर्मियों का सदैव उत्साहवर्द्धन करते रहते हैं। उनका मनोबल ऊंचा रखने में कभी कोताही नहीं बरतते। पुलिस-पब्लिक फ्रेंडली अधिकारी के रूप में भी उन्हें लोग जानते हैं। काफी कम समय में ही अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने जनता के बीच भी साफ-सुथरी छवि स्थापित करने में सफलता पाई है। एक ओर श्री झा जहां आम जनता के लिए मृदुभाषी व कुशल पुलिस अधिकारी के रूप में हैं। वहीं, दूसरी तरफ अपराधियों के लिए काफी सख्त पुलिस अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं। उत्कृष्ट कार्यशैली से उनकी छवि एक कर्तव्यनिष्ठ, ईमानदार और साहसी पुलिसकर्मी के रूप में स्थापित हो गई है।
उन्होंने चतरा और अन्य सीमावर्ती जिलों में आतंक का पर्याय रहे कई इनामी और दुर्दांत नक्सलियों को सलाखों के पीछे भेजने में भी सफलता पाई। श्री झा चतरा जिले में प्रतिबंधित अफीम की खेती में संलिप्त माफिया और नक्सलियों के गठजोड़ को अपनी ठोस रणनीति से धराशायी करते हुए नक्सलियों के नापाक मंसूबों को कामयाब होने नहीं दे रहे हैं।
श्री झा का मानना है कि पुलिस सेवा में आने के पूर्व जनसेवा का जो संकल्प पुलिस अधिकारी लेते हैं, उसे पूरा करने की दिशा में भी सतत प्रयासरत रहना चाहिए।
आमजन की परेशानी और समस्याएं दूर करने के साथ-साथ पुलिस व जनता के बीच बेहतर मैत्रीपूर्ण संबंध स्थापित करने वाले श्री झा पर लोगों का विश्वास भी काफी बढ़ा है।
पुलिस अधीक्षक श्री झा ने कहा कि अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने के प्रति वह संकल्पित हैं। जनता की हिफाजत, उनकी सुरक्षा और बेहतर विधि-व्यवस्था देने के लिए के सदैव तत्पर हैं।