मिलेगा मिर्ज़ा ग़ालिब के प्राध्यापक को साहित्यकार एवं समाज सेवी सम्मान, गवर्नर समेत कई कैबिनेट मंत्री के शामिल होने की संभावना

मिलेगा मिर्ज़ा ग़ालिब के प्राध्यापक को साहित्यकार एवं समाज सेवी सम्मान, गवर्नर समेत कई कैबिनेट मंत्री के शामिल होने की संभावना

अमरेन्द्र कुमार सिंह
गया । उर्दू के प्रसिद्ध शायर शाद अज़ीमाबादी की पुण्य तिथि पर दिया जाने वाला सामाजिक सांस्कृतिक संस्था नवजीवन के द्वारा प्रत्येक वर्ष एक बड़े और चर्चित समारोह में दिया जाने वाला साहित्यकार एवं समाजसेवी सम्मान मिर्ज़ा ग़ालिब के हिन्दी प्राध्यापक डॉ.जियाउर रहमान जाफरी को दिया जायेगा। 7जनवरी को शाद अज़ीमाबादी के स्मृति स्थल पर पटना सिटी में आयोजित होने वाले इस शानदार कार्यक्रम में बिहार के राज्यपाल फागू चौहान, पूर्व पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव, पद्मश्री डॉ गोपाल प्रसाद सिन्हा, उद्योग मंत्री सय्यद शाहनवाज़ हुसैन, बिहार गीत के रचियता सत्यनारायण, बिहार हिन्दी साहित्य सम्मलेन के अध्यक्ष डॉ.अनिल सुलभ तथा महापौर पटना सीता साहू के साथ हिन्दी-उर्दू के अनेक साहित्यकार, राजनेता एवं प्रबुद्ध जनों के भी शामिल होने की संभावना हैं । इस आयोजन में जाफरी के अलावा सज्जादा नशीं, प्रो. सैयद शाह हसीन अहमद, नीलांशु रंजन और डॉ आनंद मोहन झा को भी सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है।नव शक्ति निकेतन की कार्यकारिणी में पूर्व विधान पार्षद शंकर मिश्र की अध्यक्षता में एक दस सदस्यीय कमिटी ने सर्व सम्मति से इन विद्वानों को सामनानित करने का निर्णय लिया है। ग़ौर तलब है कि देश भर के अनेक सम्मानों और पुरस्कारों से नवाज़े जा चुके डॉ.जाफरी हिन्दी उर्दू और मैथिली के बेहद चर्चित शायर, आलोचक और बाल साहित्यकार हैं। इनकी अब तक सात पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। इनकी कविताएं पाठ्यक्रम में शामिल हैं तथा इनकी ग़ज़लें विभिन्न शोध ग्रंथों का हिस्सा हैं। इनकी नई आलोचना की किताब ‘गज़ल लेखन परम्परा और हिन्दी ग़ज़ल का विकास ‘भी काफ़ी चर्चा में है। इन्हें इस सम्मान हेतु चयनित होने पर मिर्ज़ा ग़ालिब के उप प्राचार्य डॉ.शुजाअत अली खान, डॉ सरवत शमसी, डॉ मधुबाला, डॉ. इबरार खान, नुसरत जबीं सिद्दीकी, अबु हुज़ैफ़ा, डाॅ. अकील खान, सारिम अब्बास, सुमैया शेख, खुर्शीद जहां, लाडले खान, डॉ शब्बीर खान और आयशा ज़मीर इत्यादि के अलावा जमुई से अमान ज़खीरवी, बिहारशरीफ से तनवीर सकित, पटना से तारिक मोहिउद्दीन, बेगूसराय से प्रो.सेहर अफ़रोज़, मुंगेर से डॉ अंजनी कुमार सुमन, बीएचयू के प्रो.रामज्ञा राय और मिथिला यूनिवर्सिटी दरभंगा के हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो.राजेंद्र साह ने भी शुभकामनायें व्यक्त की हैं।