घर की दीवार गिरने से चार वर्षीय बच्ची की मौत ।
सुमन, तलाब से नहा कर अपने चाचा के साथ घर आयी थी और अपनी दादी को आवाज दे ही रही थी कि अचानक घर की दिवार गिर पड़ी और उसी दिवार के मलबे में वह दब गयी ।
बोकारो
अनूप कुमार अकेला
बोकारो जिले का नावाडीह प्रखंड स्थित पोखरिया पंचायत के लेढ़वाकेंद ग्राम निवासी रीतलाल तुरी की चार वर्षीये पुत्री सुमन कुमारी की दर्दनाक हादसे में मौत हो गई ।मृतक का परिवार मिट्टी के बने जर्जर मकान में रहने को मजबूर था ।जर्जर मकान और ज़ालिम बरसात । चार वर्षीय सुमन मकान के गिरी दीवारों में दफ़न हो गई । मृतिका की माँ बेसुध हो रही है साथ ही अन्य परिजनो का रो- रोकर बुरा हाल है । सुमन दो भाई की इकलौती बहन थी।जिसमे वह सबसे छोटी थी । सुमन की माँ रोते हुए बताती है कि सुमन, तलाब से नहा कर अपने चाचा के साथ घर आयी थी और अपनी दादी को आवाज दे ही रही थी कि अचानक घर की दिवार गिर पड़ी और उसी दिवार के मलबे में वह दब गयी । शौरगुल की आवाज सुनकर जुटे पड़ोसी दीवार के मलबे को जब तक हटा पाते, बच्ची की मौत हो चुकी थी। मृतका के पिता रीतलाल तुरी रोजी रोजगार की तलाश में एक माह पुर्व ही मजदूरी करने गुजरात गया है।दुःख का आलम यह है की बच्ची का पिता भी ग़रीबी और लाक्डाउन के वजह से अपने पुत्री के अंतिम संस्कार में शामिल नही हो पायेगा।
ग़ौरतलब है कि यह सूबे के शिक्षा मंत्री ( जगरनाथ महतो ) का बिधानसभा क्षेत्र है ।घटना की सुचना मिलते ही राज्य के शिक्षामंत्री जगरनाथ महतो ,ज़िला परिषद सदस्य टिकैत कुमार महतो, बीडीओ प्रभाष चंद्र दास मृतिका के आवास पहुँचे और परिजनों को सांत्वना दी ,और दे भी क्या सकते हैं आवास तो दिए नही ।हालाँकि मंत्री जगरनाथ महतो ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को प्रधानमंत्री आवास योजना, आकस्मिक कोष से अति शीघ्र स्वीकृत कर देने का निर्देश दे दिया है ।लेकिन ,क्या भ्रष्टाचार के जाल में जकड़े इस सिस्टम के तहत ,एक ग़रीब और लाचार परिवार को अपनी फूल सी बच्ची की जान गँवाने के बाद भी, सरकारी लाभ मिल पाएगा ,मुश्किल लगता है । यह हादसा सत्ता के गलियारे में बैठे लोगों और भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों के मुँह पर करारा तमाचा है , जो प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर अपनी पीठ थपथपाते रहते हैं ।