कैमरून से 11 मजदूर सुरक्षित वापस लाए गये, बाकी बचे मजदूरों को वापस लाने के प्रयास जारी
सभी 11 मजदूरों को श्रम विभाग द्वारा उनके घर भेज दिया गया है। झारखंड सरकार ने शुरू किया बकाया मजदूरी का भुगतान।

अफ्रीका के कैमरून में फंसे झारखंड के 47 श्रमिकों में से 11 श्रमिकों को झारखंड सुरक्षित वापस लाया गया। मामले में झारखंड सरकार ने रविवार को बताया कि मध्य अफ्रीका के देश कैमरून में फंसे 47 श्रमिकों में से 11 को राज्य में लाया गया है जबकि बाकी श्रमिकों की सुरक्षित वापसी के प्रयास जारी हैं।
आपको बता दें मुंबई स्थित एक कंपनी और कुछ बिचौलियों ने इन श्रमिकों को मजदूरी नहीं दी थी। जिसे लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया था। इसके साथ ही राज्य सरकार ने बताया कि श्रमिकों की सुरक्षित वापसी के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं और विदेश मंत्रालय को इस बारे में सूचित कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री सचिवालय ने जारी किया बयान
आगे की जानकारी के लिए मुख्यमंत्री सचिवालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि कैमरून में फंसे झारखंड के 47 श्रमिकों में से 11 को राज्य में लाया गया है और उन्हें श्रम विभाग द्वारा उनके घर भेज दिया गया है। बाकी 36 श्रमिकों की वापसी के प्रयास किए जा रहे हैं।
मजदूरों को बकाया भुगतान शुरू
इसके साथ ही मामले में झारखंड सरकार ने कार्रवाई करते हुए श्रमिकों को उनकी बकाया मजदूरी का भुगतान शुरू कर दिया है। बयान में कहा गया कि कुल 39.77 लाख रुपये की बकाया राशि का भुगतान किया गया है। साथ ही आरोप यह भी है कि इन श्रमिकों को बिना पंजीकरण और लाइसेंस के कैमरून भेजा गया था। मुख्यमंत्री के ध्यान में यह मामला लाने के बाद, राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष ने श्रमिकों और नियोक्ताओं से संपर्क किया और उनके अनुबंध तथा वेतन विवरण मांगे।
श्रम आयुक्त ने दर्ज कराया था FIR
गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में श्रम आयुक्त ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस स्टेशनों में बिचौलियों और नियोक्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। श्रमिकों ने शिकायत की थी कि उन्हें तीन महीने से वेतन नहीं मिला था।