आरकेडीएफ विश्वविद्यालय में मनाई गई गोस्वामी तुलसीदास की जयंती
संत महात्माओं की जयंती मनाने से विद्यार्थी, शोधार्थी समाज का हर वर्ग इनके गुणों से अवगत होता है साथ ही विकट परिस्थितियों का सामना करने की शक्ति प्राप्त करता है।
रांची : आरकेडीएफ विश्वविद्यालय, रांची में गोस्वामी तुलसीदास की जयंती मनाई गई। मुख्य अतिथि के रूप में संत जेवियर्स महाविद्यालय रांची के मानवीकी संकायाध्यक्ष डॉ कमल कुमार बोस को आमंत्रित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित कर की गई। मुख्य अतिथि के अभिनंदन में शॉल मोमेंटो , पौधा भेंट स्वरूप दी गई। इस अवसर पर डॉ कमल कुमार बोस ने अपने उद्धबोधन में कहा कि गोस्वामी तुलसीदास की रचनाओं में नैतिकता एवं यथार्थता का समावेश है। जिसे मानव समुदाय अपने जीवन में अपना कर विकट परिस्थितियों का सामना करने के लिए स्वयं को समर्थ पाता है। कुलपति डॉ एस चटर्जी ने कहा कि संत महात्माओं की जयंती मनाने से विद्यार्थी, शोधार्थी समाज का हर वर्ग इनके गुणों से अवगत होता है साथ ही विकट परिस्थितियों का सामना करने की शक्ति प्राप्त करता है। कुल सचिव डॉ अमित कुमार पांडे ने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास की जयंती सिर्फ मनाना ही काफी नहीं है, उनकी रचनाओं में जो मानवता का सार है, उसे अपनाने की भी आवश्यकता है। इस अवसर पर डॉ निभा रानी पांडे, डॉ रेणुका पोद्दार द्वारा भजन प्रस्तुत किया गया। डॉ उमेश कुमार सक्सेना ने गोस्वामी तुलसीदास के बारे में अपने विचारों को साझा किया।
कार्यक्रम में मंच संचालन एवं स्वागत भाषण मानवीकी संकायाध्यक्ष डॉ ललिता कुमारी द्वारा किया गया। धन्यवाद ज्ञापन छात्र कल्याण संघ की अध्यक्ष डॉ अनिता कुमारी ने दिया ।विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा गोस्वामी तुलसीदास के दोहों का वाचन किया गया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्राध्यापक -प्राध्यापिकाएं एवं अन्य सदस्य गण मौजूद थे।