पंचायत जनप्रतिनिधि और पुलिस के बीच आपसी सहयोग से अपराध की घटनाओं में आ सकती है कमी
प्रथम राज्य स्तरीय महिला पुलिस सम्मेलन 2024 के दूसरे दिन आज "पंचायत जनप्रतिनिधि एवं पुलिस" विषय पर परिचर्चा हुई।
झारखंड प्रथम राज्य स्तरीय महिला पुलिस सम्मेलन 2024 के दूसरे दिन आज गुमला के दूधिया, भरणो ग्राम पंचायत की मुखिया श्रीमती रश्मि लकड़ा ने पंचायत प्रतिनिधि की भूमिका के बारे में बताया कि हम जनप्रतिनिधि का उद्देश्य है कि सरकार की योजनाओं का लाभ जरूरतमंद व्यक्ति तक जरूर पहुंचे। जनप्रतिनिधि स्थानीय लोगों के साथ नियमित संपर्क में रहते हैं और उनकी समस्याओं और जरूरतों को समझते हैं ।
उन्होंने कहा कि पंचायत जनप्रतिनिधि और पुलिस के बीच आपसी सहयोग से अपराध के घटनाओं में कमी लाई जा सकती है। पंचायत प्रतिनिधि स्थानीय स्तर पर हो रहे अपराधों की सूचना दे सकते हैं ताकि पुलिस अपनी कार्रवाई कर सके। पंचायत प्रतिनिधि गांव में होने वाली बैठक में पुलिस की भूमिका को सुनिश्चित कर सकते हैं। जिससे गांव के लोग पुलिस के सामने बेझिझक अपनी बात रखें। जनप्रतिनिधि के सहयोग से पुलिस नशा मुक्ति, डायन बिसाही, बाल विवाह और बालश्रम जैसी कुप्रथायों पर भी रोक लगा सकते हैं।
पंचायत प्रतिनिधि एवं पुलिस प्रशासन के बीच नियमित संवाद और बैठक का आयोजन करना चाहिए, ताकि समस्याओं का त्वरित समाधान हो सके। इस तरह के संवाद से दोनों पक्ष के बीच आपसी समझ बढ़ेगी और सामूहिक रूप से समस्याओं का समाधान खोजने में सहायता मिलेगी।
वहीं पलामू की नवाडीह प्रखण्ड की ज्योति सोरेन ने बताया कि जनप्रतिनिधियों के कारण ग्रामीणों को सरकारी सेवाओं का लाभ मिलने लगा है। उन्होंने खुद पहल करते हुए ग्रामीणों के लिए पेंशन की सुविधा, राशनकार्ड, पशुधन विकास योजना तालाब निर्माण योजना जैसे सरकारी योजनाओं का लाभ दिलवाया।