बेटियों के लिए असुरक्षित होता बिहार, अपहरण,गैंगरेप,हत्या की ये मानसिकता हैरान करती है
शहरों में तो लड़कियाँ सुरक्षित नहीं ही हैं, लेकिन अब गाँव-देहात भी इससे अछूता नहीं है।
बिहार में प्रशासनिक भय विलुप्त हो गया है। बिहार में बच्चियों का घर से निकलना तो मुश्किल है ही, अब अपराधी उनके घर तक भी पहुँच जा रहे हैं। पिछले कुछ महीनों में बिहार में लड़कियों के प्रति आपराधिक आँकड़ा आपको सोचने पर मजबूर कर देगा। आख़िर बिहार में हो क्या रहा है? पढ़िए बिहार में लड़कियों के लिए असुरक्षित होता आपराधिक दौर का शिकार करने वाले घर तक पहुंच रहे हैं।
शहरों में तो लड़कियाँ सुरक्षित नहीं ही हैं, लेकिन अब गाँव-देहात भी इससे अछूता नहीं है। सुनसान खेत, वीरान रास्तों पर तो यह हो ही रहा है, घर के अंदर और छत के ऊपर भी वह सुरक्षित नहीं हैं। सभी जगह लड़कियाँ एक भय के माहौल में रह रही है। “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” का नारा देश और राज्य की सरकार देती रही है, लेकिन यहां तो अब ‘बेटी बचाओ’ की चिंता सामने दिख रही है। घर का दरवाजा खुलवा कर अपहरण करने के बाद गैंगरेप हो रहा है। छत पर कूदकर आने वाले गैंगरेप कर रहे। 16-17 साल की ही नाबालिग नहीं, बल्कि 6-8 साल की बच्चियां भी अपहरण, रेप, गैंगरेप, मर्डर का शिकार हो रहीं। हाल की इन १० घटनाओं के बारे में जानकर आपके होश उड़ जाएँगे, पढ़िए :
दिनांक:01/06/23
रात 11 बजे किसी ने दरवाजा खटखटाया तो गेट के आसपास सोने के कारण किशोरी ने कुंडी खोल दी। लड़कों ने किशोरी को उठाया और 500 मीटर दूर ले जाकर गैंगरेप किया। राज खुलने के डर से जहर पिला दिया।
- शिकारी- सुमित कुमार, नीरज कुमार, अविनाश कुमार, राहुल कुमार समेत 5
- घटनास्थल- बालगां, वैशाली
दिनांक:31/05/23
अपने एक रिश्तेदार की शादी के दौरान 13 साल की 9वीं की छात्रा को दो युवकों रोहित और सौरभ ने मंदिर से उठा लिया। पटना-गया रोड पर एक पुल के नीचे गैंगरेप के बाद वापस मंदिर के पास गाड़ी से उतार गए।
- शिकारी- रोहित व सौरभ, नौजवान
- घटनास्थल- धनरुआ, पटना
दिनांक:29/05/23
सामान खरीदने के लिए बाजार गई थी। पहले से पहचान थी तो अखिलेश यादव के कहने पर उसकी बाइक पर बैठ गई। अखिलेश की प्लानिंग के तहत दो साथी रास्ते में मिले। गैंगरेप किया और वीडियो बनाया।
- शिकारी- अखिलेश यादव, श्रीराम यादव, उपेंद्र यादव
- घटनास्थल- चुटिया, सासाराम
दिनांक:26/05/23
मिस्ड कॉल लगा तो लड़की को अच्छी जिंदगी के सपने दिखाए। फिर दरभंगा से पूर्णिया लेकर आ गया। यहां एक लॉज में रखकर रेप करता रहा। फिर बेचने के लिए ले जा रहा था तो पकड़ा गया।
- शिकारी- रोजिद बोसता
- घटनास्थल- लाइन बाजार, पूर्णिया
दिनांक:06/05/23
नाबालिग लड़की उत्साहित होकर एक शादी समारोह का ऑर्केस्ट्रा प्रोग्राम देखने गई थी। रात में लौटते समय तीन लड़कों ने उसे उठा लिया और गैंगरेप कर लड़की को वहीं छोड़कर तीनों भाग गए।
- शिकारी- तीन युवक
- घटनास्थल- संग्रामपुर, मोतिहारी
दिनांक:04/05/23
रात में लड़की घर से बाहर थी। उसे जबरन अपने घर ले जाकर दुष्कर्म किया। लड़की रोती हुई घर पहुंची और वाकया बताया तो घर वाले आरोपी युवक के घर गए। यहां आरोपी के माता-पिता ने बुरी तरह पीट दिया।
- शिकारी- अखिलेश कुमार राम, युवक
- घटनास्थल- तुरकौलिया, पूर्वी चंपारण
दिनांक:01/05/23
नाबालिग घर से बाहर निकली थी। उसके परिवार के पूर्व परिचित युवक ने पहले रेप किया, फिर जमकर पीटा। मामला खुलने के डर से लड़की का गला रेतकर फरार हो गया था। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
- शिकारी- विनय हांसदा, युवक
- घटनास्थल- कटोरिया, बांका
दिनांक:01/05/23
दोनों लड़कों की पहचान आवारा के रूप में थी। नाबालिग लड़की को ज्यादा पता नहीं था। पीने का पानी मांगते हुए घर में घुसे और लड़की को उठाकर बहियार में ले गए। गैंगरेप के बाद चुप रहने के लिए धमकाते रहे।
- शिकारी- सुनील यादव (28) व मंगरा यादव (26)
- घटनास्थल- बौंसी, बांका
दिनांक:27/04/23
घर से निकली थी, तभी तीन युवकों ने उसे पीछे से पकड़ लिया और मुंह दबाकर सुनसान जगह पर ले गए। वहां गैंगरेप कर वीडियो बनाया। वीडियो वायरल हुआ, तब पुलिस एक्टिव हुई। वीडियो इंटरनेट से हटाया।
- शिकारी- सुनील कुमार के साथ दो अन्य साथी
- घटनास्थल- मुसहरी, मुजफ्फरपुर
दिनांक:07/04/23
दरिंदगी की हद : बच्ची 5-6 सहेलियों के साथ घर के पास खेल रही थी। बालू फेंक बाकी बच्चों को भगा दिया और खेत में ले जाकर दरिंदगी की। जब नाजुक अंग से खून निकलने लगा तो उसमें मिट्टी-बालू भरकर भाग गया।
- शिकारी- दिलखुश जर्रा (26)
- घटनास्थल- डगरुआ, पूर्णिया