ज़ाकिर हुसैन को मारने के लिए साहिदुल इस्लाम ने IED विष्फोट किया था -NIA
राष्ट्रीय सुरक्षा एजेन्सी (NIA) ने निमतिता रेलवे स्टेशन में बम विस्फोट मामले में दो आरोपी व्यक्तियों साहिदुल इस्लाम और अबू समद के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया।
साहिदुल की उम्र 35 वर्ष और मुर्शिदाबाद, पश्चिम बंगाल के औरंगाबाद मौलवी पारा का रहने वाला है। दूसरा आरोपी अबू समद लेफ्टिनेंट मुमताज अली का पुत्र है जिसकी उम्र 37 वर्ष और मुर्शिदाबाद, पश्चिम बंगाल के काशिरापारा का रहनेवाला है।
ग़ौरतलब है कि दिनांक 17.02.2021 को निमतिता रेलवे स्टेशन, मुर्शिदाबाद, पश्चिम बंगाल में एक आईईडी विस्फोट हुआ था। जिसमें पश्चिम बंगाल सरकार में तत्कालीन श्रम मंत्री श्री जाकिर हुसैन सहित 22 लोगों को गंभीर चोटें आईं थी। IED तब ब्लास्ट हुआ था, जब कोलकाता के आगे की यात्रा के लिए जाकिर हुसैन अपने 70 टीएमसी समर्थकों के साथ तीस्ता तोर्सा एक्सप्रेस (डीएन 03142)पर चढ़ने के लिए मुर्शिदाबाद के निमतिता रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 2/3 में प्रवेश कर रहे थे। मामले को लेकर अजीमगंज जीआरपीएस मुर्शिदाबाद में दिनांक 17.02.2021 को प्राथमिकी संख्या 05/2021 पंजीकृत की गई थी। एनआईए ने इस मामले को दोबारा दिनांक 02.03.2021 को आरसी-04/2021/एनआईए-डीएलआई के रूप में दर्ज किया था और आगे की जांच शुरू की।
NIA ने जांच में खुलासा किया है कि आरोपपत्र में आरोपित व्यक्ति साहिदुल इस्लाम और अबू समदी हैं। जो ज़ाकिर हुसैन (तत्कालीन श्रम मंत्री, पश्चिम बंगाल सरकार) को मारने, उसके समर्थकों के मन में आतंक फैलाने और आसन्न विधानसभा चुनाव (मार्च-अप्रैल, 2021) को नुक़सान पहुँचाने के लिए आपराधिक साजिश रची थी। साहिदुल इस्लाम ने स्थानीय दुकानों से आईईडी बनाने के लिए सामग्री मंगवाई थी और घटना को अंजाम देने के लिए अबू समद के साथ साइट के अंतिम चयन के लिए विभिन्न बैठकें की थीं।
दोनों आरोपी व्यक्तियों ने जांच एजेंसी को गुमराह करने के लिए उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए फोन को नष्ट करने का असफल प्रयास भी किया था।
मामले में आगे की जांच जारी है।