IAS बनने के जुनून ने चौथे प्रयास में दिलाया मनचाहा पद

उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा के पहले दो प्रयास में प्रीलिम्स परीक्षा तो पास कर ली थी लेकिन फाइनल राउंड तक नहीं पहुंच पाए थे।

IAS बनने के जुनून ने चौथे प्रयास में दिलाया मनचाहा पद

देशपत्र डेस्क :

संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विसेज परीक्षा देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक माना जाता है। इसमें हर वर्ष लाखों अभ्यर्थी शामिल होते है, जिसमे सफलता पाने के लिए बेहतर तैयारी करने की जरूरत होती है। ऐसी ही एक कहानी है अमित काले की जिन्होंने सिविल सेवा परीक्षा के चौथे प्रयास में अपना सपना साकार किया।

दो बार असफल रहने के बाद भी नहीं मानी हार :

अमित काले के संघर्ष की कहानी काफी प्रेरणादायक है। उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा के पहले दो प्रयास में प्रीलिम्स परीक्षा तो पास कर ली थी लेकिन फाइनल राउंड तक नहीं पहुंच पाए थे। दो बार असफल होने के बावजूद भी अमित ने कभी हार नहीं मानी और सिर्फ पढ़ाई में लगे रहे। अपने तीसरे प्रयास में अमित ने पहले से बेहतर प्रदर्शन किया और सफलता भी प्राप्त कर ली लेकिन उन्हें मनचाहा पद नहीं मिला। आईएएस अधिकारी बनने का सपना देखने वाले अमित ने संतुष्ट होने की जगह दोबारा सिविल सेवा परीक्षा देने का मन बनाया। आखिरकार, अमित ने साल 2018 में सिविल सेवा परीक्षा के चौथे प्रयास में सफलता हासिल की और मनचाहा पद भी प्राप्त किया।

खुद की क्षमताओं का आकलन करना जरुरी –अमित काले

अमित काले बताते हैं कि, परीक्षा की तैयारी के लिए उन्होंने सबसे पहले स्टडी मैटेरियल तैयार किया। इस दौरान उन्होंने यह देखा कि कौन सा विषय मजबूत है उनका और कौन सा विषय कमजोर है। इसके बाद उन्होंने सबसे पहले आसान विषय की पढ़ाई की और बाद में कठिन विषयों पर फोकस किया। उनके अनुसार हर अभ्यार्थी की क्षमताओं के अनुसार सब्जेक्ट कठिन या आसान लग सकते हैं। ऐसे में आप पहले यह तय कर लें और फिर उसी अनुसार तैयारी करें।

यूपीएससी की तैयारी करने वाले अन्य अभ्यर्थियों को लेकर अमित काले का कहना है कि आपको सबसे पहले खुद की क्षमताओं का आकलन करना चाहिए और उसी अनुसार से आगे बढ़ना चाहिए। दूसरे की देखा-देखी पढ़ाई न करें, क्योंकि सबका दिमाग एक जैसा नही होता और सबका तरीका भी अलग-अलग होता है। अमित का कहना है कि असफलता से हार नही मने और मेहनत करते रहे, एक न एक दिन आपको सफलता जरूर मिलेगी।