उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की जरूरत : राजेश सिंह

उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की जरूरत : राजेश सिंह

रांची। भारतीय जनता पार्टी, (किसान मोर्चा) के प्रदेश प्रवक्ता राजेश सिंह ने कहा है कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर कृषि कानून के विरोध में अराजक तत्वों द्वारा की गई हिंसक वारदात अत्यंत निंदनीय है। किसान आंदोलन की आड़ में उपद्रवियों ने देश को शर्मसार करने वाली घटना को अंजाम दिया है। इसकी जितनी भी निंदा की जाय, कम है। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत शर्मनाक बात है कि जिस देश ने दुनिया को अहिंसा का पाठ पढ़ाया, उसी देश में लोग आंदोलन की आड़ में हिंसक घटनाओं को अंजाम देते हैं। श्री सिंह ने कहा कि उपद्रवियों के खिलाफ सरकार को सख्ती के साथ निपटने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में लोगों को अपनी बात कहने एवं सरकार के निर्णय से असहमति जताने का पूरा अधिकार है, लेकिन किसी भी लोकतांत्रिक देश का कानून अपने नागरिकों को प्रदर्शन के दौरान अराजकता फैलाने की अनुमति नहीं देता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लाए गए तीन कृषि कानून देश के किसानों व देशवासियों के हित में है। नये कृषि कानून में किसानों की आमदनी बढ़ाने की भी क्षमता है। इससे कृषि क्षेत्र में व्यापक सुधार होगा। बिचौलियों की भूमिका खत्म होगी, किसानों को अपनी उपज कहीं भी बेचने की आजादी होगी।
उन्होंने कहा कि किसानों के हित में बने इस कानून का विरोध करने वाले कुछ मुट्ठी भर अराजक तत्व हैं, जो देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा उत्पन्न करने पर आमादा हैं।
किसान आंदोलन की आड़ में अराजक तत्वों ने कई स्थानों पर उत्पात मचाया, लाल किले पर खालसा झंडा फहराया। यह घटना लोकतंत्र को बंधक बनाने का कुत्सित प्रयास है।
श्री सिंह ने कहा कि सरकार को उपद्रवियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की दिशा में कदम उठाने की जरूरत है। ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटना को अंजाम देने का दुस्साहस कोई न करे और इसकी पुनरावृत्ति न हो।