एआईएसएम जेडब्लूए की वर्चुअल बैठक में बोले प्रीतम भाटिया, स्वयं को सुरक्षित रख करें आंदोलन

एआईएसएम जेडब्लूए की वर्चुअल बैठक में बोले प्रीतम भाटिया, स्वयं को सुरक्षित रख करें आंदोलन

रांची/जमशेदपुर: आॅल इंडिया स्माॅल एंड मीडियम जर्नलिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के बिहार/झारखंड और बंगाल के प्रदेश प्रभारी प्रीतम सिंह भाटिया ने कहा है कि पत्रकार हित के लिए विगत एक मई से शुरू किए गए आंदोलन अब रंग लाने लगा है।
पत्रकारों की हक की लड़ाई के लिए छेड़ी गई मुहिम का असर दिखने लगा है। उन्होंने इस संबंध में अपने संगठन से जुड़े पत्रकार साथियों से रायशुमारी को लेकर रात्रि 8 से 9 बजे तक आॅनलाईन बैठक की।
श्री भाटिया ने कहा कि राज्य में पत्रकार साथियों की स्वतंत्रता और सुरक्षा को लेकर लगातार प्रयासरत रहे और आंदोलन में साथ आए सभी पत्रकार साथियों,संगठनों,सांसद,विधायकों और आमजनों का आभारी हैं। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा ही जज्बा और जुनून रहा, तो इस रात के बाद उजाले की किरण अब दूर नहीं है। जब तक उजाला नहीं होगा, हम जागरूकता की मशाल जलाए रहेंगे।
एसोसिएशन के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष शंकर गुप्ता ने सभी साथियों,समाजसेवियों,सत्ता और विपक्ष के नेताओं का आभार प्रकट करते हुए कहा कि आंदोलन का ही असर है कि एक मई से लेकर आज तक धीरे-धीरे AISMJWA की क्रांति की लहर राज्य भर में छा गई और सभी ने पत्रकारहित में हमारी आवाज बनकर सत्ताधारियों को भी जगाने का काम किया। उन्होंने कहा कि पत्रकारों की मांगों की पूर्ति के लिए आवश्यकता पड़ी तो मुख्यमंत्री आवास के समक्ष भूख हड़ताल पर भी बैठेंगे। इस पर श्री भाटिया ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर ऐसा करना उचित नहीं होगा। सभी सुरक्षित रहकर ही आंदोलनरत रहें.
शंकर गुप्ता के भूख हड़ताल पर जाने की बात पर प्रदेश सलाहकार बंटी जयसवाल ने कहा कि इस तरह की नौबत नहीं आएगी।अगर कल तक पत्रकार हित में सरकार का फैसला नहीं आता है, तो धनबाद से परसों ही एक मौन प्रदर्शन जुलूस निकालेंगे। लेकिन चुप नहीं बैठेंगे।
वर्चुअल बैठक में रांची प्रमंडल के अध्यक्ष नवल किशोर सिंह ने कहा कि इस ऐतिहासिक आंदोलन का ही नतीजा है कि राज्य में सत्ता हो विपक्ष, राजनीतिक दल हो या अन्य पत्रकार संगठन हों या मीडिया हाऊस, अब सभी पत्रकार साथियों के समर्थन में आ गये हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को अब बिना देर किए पत्रकार साथियों के पक्ष में फैसला सुनाना चाहिए, ताकि कोरोना संक्रमण काल में दिवंगत हुए सभी पत्रकार साथियों के आश्रितों को आर्थिक सहयोग मिले।
बैठक में कोल्हान सचिव रविकांत गोप ने आंदोलन का रूप बदल कर राज्य में पत्रकार साथियों द्वारा पेन डाऊन करने का सुझाव दिया। जिस पर प्रदेश प्रभारी प्रीतम भाटिया ने कहा कलम खामोशी के लिए नहीं, आग उगलने के लिए थामी गई है और अगर अब भी विलंब हुआ तो हम सभी जल्द कलम से ही आग भी उगलेंगे।
लातेहार जिलाध्यक्ष अजय सिन्हा और महासचिव रौशन कुमार ने कहा कि हम लातेहार के शहीद पत्रकार साथियों अतुल वर्मा और सच्चिदानंद श्रीवास्तव के परिवार से संपर्क में हैं। जिलास्तर पर उनके परिजनों को यथासंभव सहयोग पर विचार भी किया जा रहा है।
जामताडा़ से बैठक में शामिल एसोसिएशन के पदाधिकारी उत्तम मुनि और भुजंग भूषण तिवारी को शहीद पत्रकार आशुतोष चौधरी के परिवार से संपर्क कर सहयोगी बने रहने का जिम्मा दिया गया है।
देवघर से शामिल पत्रकार इम्तेयाज अंसारी को पुनः मौन रहकर विरोध करने का सुझाव दिया गया और श्रद्धांजलि सभा के आयोजन पर आभार व्यक्त किया गया।
लातेहार से पत्रकार अमन सिन्हा ने सरकार की उदासीनता पर कहा कि अगर फैसला लेने में देर हो रही है तो कम से कम एसोसिएशन कोरोना बीमा को ही विकल्प बनाए।
इसके साथ ही राज्य के विभिन्न जिलों से भी पत्रकारों ने अपने-अपने सुझाव दिए जिस पर प्रदेश कमेटी द्वारा जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। फिलहाल यह तय किया गया है कि सभी साथी अपना ट्विटर अकाउंट जल्द बनाएं और सोशल मीडिया पर विरोध दर्ज कराते हुए एसोसिएशन का साथ दें। बैठक में तय हुआ कि पिछले कोरोना काल में शहीद हुए तमाम पत्रकार साथियों को भी आर्थिक सहयोग हेतु सरकार से आग्रह किया जाएगा।