कोविड-19 से बचाव के लिए लें पौष्टिक आहार: डॉ.कामिनी कुमार

एनएसएस और यूनिसेफ का वेबीनार आयोजित

कोविड-19 से बचाव के लिए लें पौष्टिक आहार: डॉ.कामिनी कुमार

रांची। राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) और यूनिसेफ के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को जूम लिंक पर एक वेबीनार का आयोजन किया गया। इस वेबीनार में रांची विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. कामिनी कुमार ने कहा कि वर्तमान संकट के दौर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना जरूरी है। श्रीमती कुमार “कोविड -19 महामारी के दौरान पोषण एवं खान-पान”विषयक वेबीनार को जूम लिंक के माध्यम से संबोधित कर रही थी। इसमें झारखंड के सभी विश्वविद्यालयों के एनएसएस के 300 कार्यक्रम समन्वयक, कार्यक्रम पदाधिकारी एवं स्वयंसेवक शामिल हुए।
उन्होंने कहा कि इस महामारी के दौरान रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की आवश्यकता है। जिसके लिए हमारे दिनचर्या में हमारा खान – पान एवं आहार के संबंध में जानकारी अतिआवश्यक है। उन्होंने कहा कि पौष्टिक भोजन लेने से मन को थकने नहीं देगा और जोश को खत्म नहीं होने देगा। उन्होंने पोषण की पौष्टिकता पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि मानव शरीर के लिए प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, विटामिन्स की आवश्यकता होती है इसके लिए आवश्यक है कि हमें किन पौष्टिक पदार्थों का सेवन करना है। उन्होंने इस महामारी में कोरोना वायरस को हराने के लिए हमेशा सकारात्मक सोच के साथ अपनी जीवन शैली में संतुलित आहार अपनाने का आह्वान किया।
वेबिनार के विशिष्ट अतिथि झारखंड सरकार के पूर्व खेल निदेशक अनिल कुमार सिंह ने कहा कि प्रत्येक स्वयंसेवकों को वेबिनार से पौष्टिक पदार्थो के सेवन की जानकारी मिल रही है, उसे स्वयं पालन करें और अपने मित्रों एवं परिजनों को भी जागरूक करें।
वेबिनार की की-नोट स्पीकर यूनीसेफ की पोषण विशेषज्ञ प्रीतू मिश्रा ने अपने संबोधन में पौष्टिक पदार्थो एवं उनसे होने वाले लाभ की विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि हमें अपने भोजन में कौन – कौन से पदार्थ को कितना मात्रा में लेना है और किस चीज को नहीं लेना है। उन्होंने पौष्टिक भोजन से संबंधित वीडियो एवं पावर पॉइंट के माध्यम से अपना प्रस्तुति दिया।
एनएसएस के युवा कार्यक्रम सलाहकार कमल कुमार कर(नई दिल्ली) ने पूरे देश मे एन एस एस द्वारा इस महामारी में किये गए कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि 71000 स्वयंसेवक प्रशासन से सीधे जुड़कर अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
एन एस एस के क्षेत्रीय निदेशक दीपक कुमार(गुवाहाटी) ने कहा कि पौष्टिक भोजन के साथ योग – व्यायाम भी अतिआवश्यक है एवं हमें इस अभियान में सोशल मीडिया के माध्यम से अच्छे – अच्छे संदेश देने वाले वीडियो एवं पोस्टर के माध्यम से अन्य लोगों को जागरूक करना होगा.।
स्वागत भाषण यूनीसेफ की राज्य पदाधिकारी आस्था अलंग ने किया एवं संचालन राज्य एन एस एस पदाधिकारी डॉ ब्रजेश कुमार ने किया। वेबिनार में एन एस एस के क्षेत्रीय निदेशक (बिहार एवं झारखण्ड) पीयूष परांजपे (पटना), डॉ. मेरी मार्गरेट टुडु( एस के एम यू,दुमका), डॉ. दारा सिंह गुप्ता(कोल्हान विश्वविद्यालय, चाईबासा) डॉ. जोनी रूफिना तिर्की(बी भी यू, हजारीबाग), डॉ. मसूफ अहमद(बी बी एम के यू, धनबाद) , डॉ. बी के झा (बी ए यू, कांके), डॉ. सुभाष कुमार बैठा(सी यू जे, राँची) सहित कई विश्वविद्यालयों के कार्यक्रम समन्वयक, 24 जिलों के नोडल पदाधिकारी एवं प्रत्येक विश्वविद्यालय से 10 -10 कार्यक्रम पदाधिकारी एवं 25 – 25 स्वयंसेवकों ने भाग लिया। वेबिनार को सफल बनाने में डॉ. प्रियंका सिंह, विकास कुमार सिंह, फलक फातिमा, हेमंत कुमार, राहुल कुमार साहू, दिवाकर आनंद ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।