जहाँ कभी उग्रवादियों के दरबार सजते थे ,अब यहाँ के युवा बनेंगे खिलाड़ी ।

राज्यस्तरीय महिला खेल महोत्सवव 2010 में सिमडेगा जिला की टीम पहली बार भाग ली थी उसमें एथलेटिक्स,खोखो एवम बैडमिन्टन टीम इन्ही की नेतृत्व में जमशेदपुर एवम रांची गयी थी।

जहाँ कभी उग्रवादियों के दरबार सजते थे ,अब यहाँ के युवा बनेंगे खिलाड़ी ।

सिमडेगा

हॉकी सिमडेगा के मनोज कोनबेगी गांव पहुँचकर खिलाड़ियो को कहा – हमलोग करेंगे आपलोंगों का सहयोग।
सिमडेगा जिला अति उग्रवाद प्रभावित जिला था और उसमें भी पाकरताड़ प्रखण्ड के भेलवाडीह वग़ैरह कई गांव ऐसे थे जहाँ लोग दिन में भी जाने से डरते थे,पर अब यहाँ शांति है।

यहाँ के बालक बालिकाओ में अच्छे खिलाड़ी बनने की बहुत ललक है।पर जागरूकता एवम अगुवाई की कमी के कारण भेलवाडीह के बालक बालिका खिलाडी गांव तक ही सीमित हो गए है। इनकी प्रतिभा बाहर नही निकल पा रही है।इसी गांव की युवती पूर्व एथलीट उर्मिला सोरेंग (जो रांची में पढ़ाई कर रही है जो लॉक डाउन के कारण गांव में है) अपने गांव की खिलाड़ियो को आगे बढाने की जिज्ञासा लेकर खिलाड़ियो के लिए समर्पित हॉकी सिंमडेगा के महासचिब मनोज कोनबेगी को गांव के खिलाड़ियो को प्रोत्साहित करने के लिए आमंत्रित किया। जिस पर हॉकी सिंमडेगा के मनोज कोनबेगी और तीरन्दाजी कोच राजू मांझी आज भेलवाडीह गांव पँहुचकर वँहा के युवक युवतियों से मिलकर उनकी जिज्ञासा जानी।उपस्थित यूबको ने मैदान की समतलीकरण का ना होना और ट्रेंनिग की बारीकियों की जानकारी ना होना प्रमुख समस्या बतलाई।उनकी बातों को सुनकर मनोज कोनबेगी ने कहा कि मैदान का समतलीकरण ना होना बहुत बड़ी समस्या नही है।जो ये हमारे दो हाथ और दो पैर है इन्ही हाथो से हम अपने लिए मैदान समतलीकरण कर सकते है सभी कार्यो के लिए सरकार पर निर्भर नही रहनी चाहिये हमे आत्म निर्भर रहनी चाहिए,अभी जो आपलोग सिमड़ेगा में एस एस बालिका उच्च विद्यालय में एस्ट्रोटर्फ देखरहे है सुरु में वो आपलोंगों के इस मैदान से भी उबड़ खाबड़ था हॉकी सेंटर की बालिकाओ के साथ मिलकर हमलोंगो ने श्रमदान कर उसे समतलीकरण किये,धीरे धीरे वँहा प्रतियोगिताये होने लगी पदधिकारियो का आगमन होने लगा तब जाकर अब वो एस्ट्रोटर्फ मैदान बना।आपलोग भी इसी तरह इस उबड़ खाबड़ मैदान को खुद से समतलीकरण कीजिये जिसमे हमलोंग आपके साथ रहेंगे,आपलोंगों उर्मिला के रूप में बहुत अच्छी नेतृत्व कर्ता मिली है जिसका लाभ लीजिये। राज्यस्तरीय महिला खेल महोत्सवव 2010 में सिमडेगा जिला की टीम पहली बार भाग ली थी उसमें एथलेटिक्स,खोखो एवम बैडमिन्टन टीम इन्ही की नेतृत्व में जमशेदपुर एवम रांची गयी थी।रही बात प्रशिक्षण की बारीकियां की जानकारी वो हमारा दावित्व है।आपलोग जिस दिन बोलेंगे हमलोंग उपस्थित हो जायेगे,।जिस पर उपस्थित युवकों ने अपनी सहमति देते हुए बालको की अगुवाई के लिए गुलाब सिंह एवम बालिकाओ की अगुवाई के लिए अंजना सोरेंग को अपना अगुवा चुना।सभी युवकों की नेतृत्व कर रही उर्मिला सोरेंग ने हॉकी सिमडेगा के पदाधिकारियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि हमलोंग बहुत जल्द अपने इस ऊबड़ खाबड़ मैदान का समतलिकरन करंगे और आपलोंगों को पुनः आमन्त्रित करेंगे।इस मौके पर कई बालक एवम बालिका उपस्थित थे।