जीबीएम कॉलेज में अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर अंग्रेजी तथा अर्थशास्त्र विभाग की ओर से आलेख लेखन प्रतियोगिता का आयोजन,आलेख लेखन का विषय था-“द इम्पॉर्टेन्स अॉफ लिटरेसी एण्ड एजुकेशन फॉर डिफेंडिंग अॉवर सेल्फ-रिस्पेक्ट”

अमरेन्द्र कुमार सिंह

गया । गौतम बुद्ध महिला कॉलेज, गया में प्रधानाचार्य प्रो. डॉ. जावैद अशरफ़ के संरक्षण में अंग्रेजी विभाग तथा अर्थशास्त्र विभाग द्वारा अन्तरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर आलेख लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। अंग्रेजी विभाग की असिस्टेंट प्रोसेसर डॉ. कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी एवं डॉ. पूजा तथा अर्थशास्त्र विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. नगमा शादाब के संयोजन तथा समन्वयन में यह प्रतियोगिता आयोजित की गयी। आलेख लेखन हेतु निर्दिष्ट विषय “द इम्पॉर्टेन्स अॉफ लिटरेसी एण्ड एजुकेशन फॉर डिफेंडिंग अॉवर सेल्फ-रिस्पेक्ट” (आत्मसम्मान की रक्षा हेतु साक्षरता तथा शिक्षा का महत्व) था। निर्धारित शब्द-सीमा 500 शब्द तथा समय-सीमा एक घंटे की थी। इस प्रतियोगिता में विभिन्न विभागों से छात्रा पम्मी कुमारी, ईशा शेखर, दिव्या मिश्रा, दीक्षा कुमारी, लक्की, सोनाक्षी मिश्रा, स्नेहा, श्वेता, ओजस्वी, पूनम, नीलम, माही राज गुप्ता ने दिए गये विषय पर अत्यंत सारगर्भित आलेख लिखे। विचार-संयोजन, भाव-संप्रेषण, लेखन शैली, वर्तनी शुद्धता तथा प्रस्तुति को आधार बनाकर निर्णायक मंडल की सदस्य डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी, डॉ. पूजा, डॉ. नगमा शादाब के अलावा इतिहास विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर अनामिका कुमारी एवं कृति सिंह आनंद ने छात्राओं के आलेखों को अंक प्रदान किये।
आलेख लेखन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर माही राज गुप्ता तथा पूनम कुमारी, द्वितीय स्थान पर ईशा शेखर तथा दिव्या मिश्रा तथा तृतीय स्थान पर पम्मी कुमारी रहीं। सभी चयनित छात्राओं एवं प्रतिभागियों के उत्साहवर्द्धन हेतु अंग्रेजी विभागाध्यक्ष प्रो. उषा राय ने अंग्रेजी तथा अर्थशास्त्र विभाग की ओर से पुरस्कार प्रदान किये। पुरस्कार पाकर छात्राएँ काफी उत्साहित नज़र आ रही थीं। अपने संबोधन में मंचासीन प्रो. उषा राय, प्रो. किश्वर जहाँ बेगम, संगीत विभागाध्यक्ष डॉ. नूतन कुमारी तथा नैक समन्वयक डॉ. शगुफ्ता अंसारी ने छात्राओं को साक्षरता तथा शिक्षा द्वारा स्वयं को आत्मनिर्भर बनाने की बात कही।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ. रश्मि ने बतलाया कि यूनेस्को ने वर्ष 2022 के लिए “ट्रॉन्सफॉर्मिंग लिटरेसी लर्निंग स्पेसेस” को अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस का विषय घोषित किया है। उन्होंने कहा कि पुस्तकें ज्ञान का भंडार होती हैं, जिनका लाभ उठाने हेतु व्यक्ति का साक्षर होना अत्यावश्यक है। उन्होंने कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु सभी सहयोगियों के प्रति हार्दिक आभार जताया। प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थानों पर चयनित छात्राओं एवं सभी प्रतिभागियों को प्रधानाचार्य प्रो. जावैद अशरफ़, प्रो. अफ्शाँ सुरैया, डॉ. जया चौधरी, डॉ. शिल्पी बनर्जी, डॉ. प्रियंका कुमारी, प्रीति शेखर, डॉ. फरहीन वज़ीरी, डॉ. रुखसाना परवीन, डॉ. बनिता कुमारी ने शानदार प्रतिभागिता हेतु शुभकामनाएँ दीं।