उपायुक्त ने निजी नर्सिंग होम को किया शो-कॉज

निर्धारित दर से अधिक राशि वसूलने का आरोप

उपायुक्त ने निजी नर्सिंग होम को किया शो-कॉज

रांची। कोरोना संक्रमित मरीज के इलाज के लिए सरकार द्वारा निर्धारित दर से अधिक राशि वसूलने की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए रांची के उपायुक्त छवि रंजन ने अरसंडे (कांके) स्थित आयुष्मान नर्सिंग होम को शोकॉज जारी किया है। उन्होंने 24 घंटे के भीतर नर्सिंग होम के संचालक को शो-काॅज का जवाब देने का आदेश दिया गया है। उपायुक्त को यह सूचना प्राप्त हुए कि आयुष्मान नर्सिंग होम द्वारा बुकरू (कांके) निवासी सुमित्रा देवी के इलाज के लिए नर्सिंग होम के संचालक ने तय राशि से अधिक वसूली किया है। सुमित्रा देवी कोरोना संक्रमित होने के बाद इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हुई थीं।
इस संबंध में शिकायत मिलने पर उपायुक्त छवि रंजन के निर्देशानुसार कार्यपालक दंडाधिकारी, सदर, रांची ने अस्पताल जाकर मामले की जांच की। जिसमें सरकार के स्तर से कोविड-19 के इलाज हेतु निर्गत दर से ₹62,440 अधिक राशि लेने की बात सामने आई। जांच के क्रम में मरीज के परिजनों ने बताया कि डॉक्टर द्वारा पैसे जमा नहीं करने पर इलाज नहीं करने की धमकी भी दी गई थी। यही नहीं, अस्पताल प्रबंधन ने अपने पक्ष में मरीज के परिजन से प्रशंसा पत्र भी लिखवा लिया कि मरीज का समुचित देखभाल किया गया। जिला प्रशासन द्वारा स्पष्टीकरण से संबंधित पत्र में इसका उल्लेख करते हुए कहा गया है कि यदि मरीज और परिजन इलाज से संतुष्ट हैं तो इस प्रकार की प्रशस्ति पत्र की आवश्यकता ही नहीं।
इस संबंध में उपायुक्त छवि रंजन का मानना है कि कोरोना संक्रमण काल के दौरान अस्पताल प्रबंधन के इस अमानवीय कृत्य से आमजनों को भारी मानसिक और आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है‌। साथ ही जिला प्रशासन की छवि भी धूमिल होती है।
अस्पताल प्रबंधन को 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण देने का निर्देश देते हुए कहा गया है कि क्यों नहीं डीएम एक्ट-2005 और सीआरपीसी की सुसंगत धाराओं के अंतर्गत कार्रवाई की जाए और संस्थान का अनुबंध रद्द करने की अनुशंसा की जाए।
उपायुक्त छवि रंजन ने कहा है कि कोरोना के इलाज के लिए सरकार द्वारा निर्धारित दर से अधिक राशि वसूले जाने की शिकायत पर जिला प्रशासन संबंधित अस्पतालों या नर्सिंग होम के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने निजी अस्पताल संचालकों को हिदायत देते हुए कहा कि इस आपदा काल में मरीजों के साथ संवेदनशीलता रखते हुए उनके इलाज में सहयोग करें।