कोरोना से बचाव के लिए सावधानी और जागरुकता जरूरी : डाॅ.शाहबाज आलम
- मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मुहैया करा रहा है होपवेल हॉस्पिटल
रांची। राजधानी के कर्बला चौक स्थित अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधायुक्त होपवेल अस्पताल के संचालक व प्रख्यात सर्जन डॉ.शाहबाज आलम ने कहा है कि सावधानी बरतने और जागरुकता से ही वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव संभव है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण काल के दौरान विशेष रूप से अस्पतालों में एहतियात बरतने की आवश्यकता है। इस दिशा में होपवेल हाॅस्पिटल पूरी सतर्कता के साथ मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मुहैया करा रहा है। डॉ.आलम ने बताया कि कोरोना काल के दौरान अस्पताल में विभिन्न रोगों से पीड़ित मरीजों के आने के बाद सबसे पहले उनका थर्मल स्क्रीनिंग किया जाता है। उसके बाद आरटीपीसीआर (कोविड-19 टेस्ट) जांच कर कोरोना संक्रमण के बारे में पता लगाया जाता है। इन सब प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद ही जब यह स्पष्ट रूप से पता लगता है कि मरीज कोरोना संक्रमित नहीं है, तभी उनका इलाज शुरू किया जाता है। डाॅ.आलम ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के मद्देनजर किए गए देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान राजधानी के अधिकतर निजी अस्पतालों में विभिन्न रोगों से पीड़ित मरीजों को भर्ती करने से परहेज किया जाता है। वहीं, होपवेल अस्पताल मरीजों को लगातार हर प्रकार की चिकित्सा सुविधाएं मुहैया करा रहा है। उन्होंने बताया कि बीते जून माह में विभिन्न जटिल और असाध्य रोगों से पीड़ित 104 मरीजों का सफल ऑपरेशन किया गया। इन मरीजों में लगभग आधी संख्या आयुष्मान भारत योजना के तहत लाभुक मरीजों की रही। डॉ.आलम ने बताया कि अस्पताल में आने वाले मरीज के शरीर के तापमान की जांच की जाती है। तत्पश्चात उसे सैनिटाइज किया जाता है। अस्पताल में शारीरिक दूरी बनाए रखते हुए मरीजों को मास्क पहनने का निर्देश दिया जाता है। इसके बाद कोरोना की जांच की जाती है। यह आश्वस्त होने के बाद कि मरीज कोरोना पॉजिटिव नहीं है, उसका इलाज शुरू किया जाता है। उन्होंने बताया कि कोरोना काल के दौरान अस्पताल में आने वाले मरीजों में से चार में जांच के बाद कोरोना संक्रमण के लक्षण पाए गए। उन्हें भर्ती नहीं लिया गया। उनके बारे में तत्काल तत्परता दिखाते हुए अस्पताल की ओर से प्रशासन को सूचित करते हुए अग्रेतर कार्रवाई हेतु उन्हें रेफर कर दिया गया। इसके साथ ही पूरे अस्पताल परिसर को सेनेटाइज किया गया। डॉ.आलम ने बताया कि अस्पताल में स्त्री व प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ.नेहा अली भी मरीजों की विशेष देखभाल के प्रति तत्परता से लगी रहती हैं। वर्तमान में गहराए वैश्विक संकट कोविड-19 को लेकर अस्पताल में पूरी सतर्कता बरती जा रही है। अस्पताल में आने वाले मरीजों की केस हिस्ट्री की जानकारी और संपूर्ण जांच करने के बाद ही अस्पताल में भर्ती किया जाता है। उन्होंने बताया कि होपवेल हॉस्पिटल मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने की दिशा में प्रतिबद्धता के साथ जुटा है। इलाज में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाता है। अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों से लैस होपवेल हॉस्पिटल मरीजों की हर संभव सेवा में समर्पित है।