तंगहाली में जीवन यापन कर रहे पदम् श्री सिमोन उराव, मांडर विधायक बंधु तिर्की ने सहायता हेतु मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लिखा पत्र
रांची : जल, जंगल, जमीन,सामाजिक क्षेत्र विशेषकर जल संवर्द्धन के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने वाले पदमश्री सम्मानित सिमोन उराव एवं परिवार आर्थिक तंगी से जीवन-यापन करने के लिए विवश है। उन्हें प्राप्त हो रहे वृद्धा पेंशन से घर का खर्चा उठाना मुश्किल हो रहा है,और भरण-पोषण के लिए जड़ी-बूटियों से ग्रामीण गरीबो का ईलाज कर आर्थिक तंगी से मुकाबला कर रहे है। उनकी दो पोतियाँ दाई का काम कर रही है, तो और दो पोतो की पढाई छूट गई है। वर्षा जल संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले,बंजर भूमि को खेती योग्य बनाने वाले वन सुरक्षा के क्षेत्र में उनके सराहनीय कार्य आने वाले पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायक है।
बंधू तिर्की ने कहा कि उनका यह खबर सुनकर मै अविलंब व्यक्तिगत स्तर पर उनसे और उनके परिवार से मुलाकात कर उनका हाल चाल से अवगत हुआ। उनकी पारिवारिक स्थिति अत्यन्त चिंतनीय है। उन्होंने सूबे के मुखिया से आग्रह किया की वर्तमान सरकार से यहाँ के विगत कई वर्षो से उपेक्षित आदिवासी,मूलवासी,दलित,पिछड़े अल्पसंख्यको की बहुत अपेक्षाएँ है,सरकार पर विश्वास और भरोसा बढ़ा है। सिमोन उराव ही नहीं बल्कि राज्य में जल,जंगल,जमीन,तथा सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने वाले कई गुमनाम लोग होंगे जिन्होंने इस धरती को समृद्ध बनाने में स्वय को समर्पित कर दिया है। अतः हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी भी है कि ऐसे लोगों का पहचान कर उन्हें प्रोत्साहित करे। सिमोन उराव जैसे महापुरुषों के पोतों की वीoएडo की पढ़ाई ऊँची फ़ीस के कारण छूट जाये कितनी चिंताजनक है।
अतः सरकार से आग्रह है कि पद्मश्री सिमोन उरांव एवं उनके परिवार की सहायता के लिए अतिशीघ्र पहल की जाए तथा राज्य मर सक्रिय ऐसे महापुरुष की पहचान हेतु ठोस कदम उठाने के प्रयास किए जाएं।