महिला मुखिया ने जनता दरबार में लगाई गुहार – सर..JDU विधायक ने मेरे पति की हत्या करवा दी
CM नीतीश से पीड़ित महिला की गुहार - सर... JDU विधायक ने हमारे पति की हत्या करवा दी , 6 महीने बाद भी पुलिस ने नहीं की कार्रवाई ।
पटना:
कोरोना काल में एहतियातन कुछ दिनों तक बंद रहने के बाद फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जनता दरबार शुरु हो चुका है। सितंबर महीने के पहले सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता दरबार में पीड़ितों की समस्याओं को सुन रहे थे । जनता दरबार में गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग, निगरानी, खान भूतत्व और सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़ी शिकायतों को सुना जा रहा था । जनता दरबार में सबसे अधिक भूमि और पुलिस के मामले आए थे । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में उनकी ही पार्टी (JDU) के विधायक की शिकायत लेकर पीड़ित महिला पहुंची थी । पटना के वाल्मीकिनगर से आई पीड़ित महिला का आरोप था कि JDU विधायक रिंकू सिंह ने उनके पति की हत्या करवा दी । फऱवरी महीने में ही उनके पति की हत्या की गई थी। इस मामले में स्थानीय विधायक रिंकू सिंह को आरोपित किया गया था। लेकिन छह महीने बीत जाने के बाद भी पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की। इस शिकायत के बाद मुख्यमंत्री ने फिर से पीड़ित महिला को DGP के पास भेज दिया ।
विधायक जान से मारने की धमकी दे रहा है
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित महिला वर्तमान में मुखिया है । महिला मुखिया का कहना था कि उनके पति की हत्या कर दी गई थी जिसमें जनता दल यूनाइटेड के विधायक को आरोपी बनाया गया था । अभियुक्त ( जदयू विधायक) की गिरफ्तारी भी हुई और 17 दिनों में बेल मिल गया । अब वह विधायक जान से मारने की धमकी दे रहा है। थानेदार आरोपी को खुल्लमखुल्ला बचा रहा है । शिकायत के बाद मुख्यमंत्री ने महिला मुखिया को डीजीपी के पास भेज दिया ।
एक दुकानदार अपराधियों के आतंक से है परेशान
जनता दरबार में मुंगेर से आये एक दूसरे शख्स ने कहा कि वह अपराधियों के आतंक से परेशान हैं। वह मुंगेर में एक दुकान चलाता है। कुछ अपराधियों ने उसके दुकान को लूटने की कोशिस की थी जिसे लेकर उन्होंने स्थानीय थाने में केस दर्ज करवाया था। केस दर्ज होने के बाद से उनपर दो बार जानलेवा हमला हो चुका है। अपराधियों ने दो बार उनपर गोली चलाई जिसमें वे बाल बाल बचे । और तो और उनके बेटे के साथ भी अपराधियों ने मारपीट की है । अभी सीआईडी में केस चल रहा है। हम क्या करें ? इस पर मुख्यमंत्री ने पीड़ित शख्स को डीजीपी के पास भेज दिया।