गुरुपूर्णिमा महापर्व के अवसर पर वटुक ब्रह्मचारियों का हुआ यज्ञोपवीत संस्कार

गुरु पूर्णिमा के ही के दिन भगवान श्री वेद व्यास जी का प्रादुर्भाव हुआ था।

गुरुपूर्णिमा महापर्व के अवसर पर वटुक ब्रह्मचारियों का हुआ यज्ञोपवीत संस्कार

अमरेन्द्र कुमार
गया:

फल्गु नदी बाईपास पुल स्थित श्रीहनुमान मंदिर पर गुरु श्री 1008 रामचार्य जी महाराज जी के शिष्यों ने सर्वप्रथम अपने पूज्य गुरु श्री रामाचार्य महाराज जी का पाद-पूजन कर आशीर्वाद व गुरुवचन ग्रहण किया। इस पावन अवसर पर विश्वकल्याण हेतु देवपूजन तथा हवन किया गया। नूतन वटुक ब्रम्हचारियो का यज्ञोपवीत संस्कार हुआ। कई नवीन शिष्यों ने गुरु दीक्षा प्राप्त कर आशीर्वचन प्राप्त किये। यह पावन दिवस गुरु को समर्पित होता है । आज ही के दिन भगवान श्री वेद व्यास जी का प्रादुर्भाव हुआ था । जीवन मे गुरु का होना परम आवश्यक है । गुरु के बिना जीवन मे उन्नति सम्भव ही नही । बिना गुरुकृपा के जीवन मे शीर्ष स्थान को पाना असंभव है । देव , दानव सभी को गुरु की आवश्यकता हुई है। एक मात्र गुरु ही तम हरणे के स्रोत होते है ।गुरु ही सभी शक्ति के दाता हैं। वेदों ने भी गुरु महिमा का गान किया है । गुरु ही हमे हमारी शक्तियों से परिचित कराते है। गुरु कृपा से वंचित मनुष्य को भवनिधि प्राप्त नही होती।अंत मे गुरुश्री रामाचार्य स्वामी महाराज जी के सानिध्य में मंत्रालय वैदिक पाठशाला के विद्यार्थियों द्वारा पाठ एवं हवन ,वेद पुराणों का गान कर विशेष देव स्तुति प्रार्थना किया कि- इस कोरोना नामक महामारी से विश्व को मुक्ति मिले । उपस्थित सभी शिष्यों को पुजारी मंगलदास बाबा के द्वारा प्रसाद वितरित किया गया ।सरकार द्वारा निर्धारित सारे कोरोना नियमों का पालन करते हुए यह पूजन किया गया।मौके पर शिष्य विनोद आचार्य, गुणपूर्ति आचार्य, सनातन आचार्य ओम प्रकाश अग्रवाल, अरुण जी, रतन पाठक, मधुमंगल , पियूष पांडेय, सुबोध पांडे, नवीन पांडेय , ऋतिक आकाश एवं अनेक श्रद्धालुगण का विशेष सहयोग रहा ।उक्त जानकारी मंत्रालय रामाचार्य वैदिक पाठशाला के आचार्य पंडित राजा आचार्य जी के द्वारा दी गई ।