इंदिरा गांधी की शहादत दिवस एवम् सरदार पटेल की जयंती की पूर्व संध्या पर जन गोष्ठी By October 30, 2021
अमरेन्द्र कुमार सिंह
गया । प्रकृति का संयोग, दो महामानव का योग विषय पर कांग्रेस पार्टी के तत्वाधान में स्थानीय चौक स्थित इंदिरा गांधी प्रतिमा स्थल प्रांगण कांग्रेस सेवादल बोर्ड कार्यालय में एक कि जयंती एवं दूसरे की शहादत दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित किया गया। सर्व प्रथम भारतरत्न, प्रियदर्शनी पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी एवं लौह पुरुष पूर्व गृह मंत्री स्व सरदार वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर माल्यार्पण कर उनके नामों का जयघोष किया गया, तत्पश्चात जन गोष्ठी का आयोजन किया गया। जन गोष्ठी की अध्यक्षता अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य सह क्षेत्रीय प्रवक्ता बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी प्रो. विजय कुमार मिठू तथा संचालन बिहार प्रदेश कांग्रेस सेवादल के महासचिव सह गया जिला प्रभारी अमरजीत कुमार ने किया। अपने अध्यक्षीय भाषण में प्रो विजय कुमार मिठू ने कहा कि प्रकृति का महज संयोग है कि 31 अक्टूबर को महान स्वतंत्रता सेनानी लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती है, तो उसी दिन लौह महिला, प्रियदर्शनी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की शहादत दिवस। देश में जब भी इन दोनों की चर्चा होती है,भारत की एकता, अखंडता, की सवतः जयघोष होने लगती है। पूर्व विधायक मो खान अली ने कहा कि लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के गृह मंत्री के काल में ही आर एस एस पर प्रतिबंध लगाने का काम किए थे, तो लौह महिला इंदिरा गांधी जी ने पाकिस्तान के सीना को चीर बांग्लादेश की नीव रखने में महत्वपूर्ण योगदान दी थी। डॉ मदन कुमार सिन्हा ने कहा कि देश में गरीबी हटाओ के नारे को इंदिरा गांधी बुलंद करते हुए भारत के गरीब एवं मध्यवर्गीय परिवार का कायाकल्प किया, सभी निजी संस्थानों का राष्ट्रीयकरण किया, जिसे आज सत्ता में बैठी मोदी सरकार एक, एक कर बेच रही है । उपस्थिति लोगों ने एक स्वर में गया समाहरणालय स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा के बगल में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की प्रतिमा स्थापित करने की मांग की ताकि प्रकृति के संयोग को जोड़ा जा सके, क्योंकि इंदिरा गांधी के प्रतिमा के बिना यह संयोग अधूरा है। कार्यक्रम को जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष युगल किशोर सिंह, राम प्रमोद सिंह, जिला महासचिव विद्या शर्मा, टिंकू गिरी, अशरफ इमाम, फिरोज रजा, विनोद बनारसी, राजेश्वर पासवान, सुरेन्द्र मांझी, अरुण कुमार पासवान, प्रो अनिल कुमार सिन्हा, प्रो विशवनाथ कुमार, डॉ सरोज कुमार आदि ने संबोधित किया।