डॉ. कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी फॉक्स स्टोरी इंडिया द्वारा “वीमेन फेस अॉफ द ईयर-2023” टाइटल से हुईं सम्मानित

डॉ. कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी फॉक्स स्टोरी इंडिया द्वारा “वीमेन फेस अॉफ द ईयर-2023” टाइटल से हुईं सम्मानित

गया । गौतम बुद्ध महिला कॉलेज के अंग्रेजी विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी को ‘फॉक्स स्टोरी इंडिया’ की ओर से “वीमेन फेस अॉफ द ईयर-2023” के टाइटल से सम्मानित किया गया है। डॉ रश्मि को यह अवार्ड उनकी साहित्यिक उपलब्धियों एवं संगीत, कला, साहित्य, शिक्षा, धर्म तथा समाज सेवा के क्षेत्रों में निष्ठापूर्वक योगदान देने हेतु प्रदान किया है। विगत वर्ष दिनांक 11 दिसंबर, 2022 को डॉ. रश्मि की तीन हिन्दी काव्य-कृतियों “कविता बसंत बन जाती है”, “नये गीत हम गायेंगे” एवं “नव्य मुक्तक माला” का लोकार्पण वरिष्ठ पत्रकार कौशल किशोर त्रिवेदी एवं गया शहर के गणमान्य साहित्यकारों की गौरवमय उपस्थिति में शब्दाक्षर काव्यानुष्ठान के साथ सम्पन्न हुआ था, जो गया जिले के साहित्यिक इतिहास में एक अविस्मरणीय अवसर था। डॉ. रश्मि को ‘फॉक्स स्टोरी इंडिया’ द्वारा “वीमेन फेस अॉफ द ईयर-2023” का टाइटल मूल रूप से 2022 में एक साथ लोकार्पित उनकी त्रय काव्य-कृतियों के लिए प्रदान किया गया है। अवार्ड हेतु चयन की प्रक्रिया विभिन्न चरणों में सम्पन्न हुई, जिसमें देश के विभिन्न भागों से अनेक महिलाओं ने भाग लिया था। “फॉक्स स्टोरी इंडिया” के मार्च 2023 संस्करण के मुखपृष्ठ पर देश भर से विभिन्न क्षेत्रों में चयनित एवं ख्याति प्राप्त 100 प्रतिभाशाली तथा मेहनती महिलाओं की तस्वीरें प्रकाशित हुई हैं, जिनमें डॉ रश्मि की भी तस्वीर शामिल है। इस पत्रिका में उनकी शैक्षणिक, साहित्यिक तथा सामाजिक उपलब्धियाँ भी प्रकाशित हैं। डॉ रश्मि को फॉक्स स्टोरी इंडिया द्वारा भेजा गया अॉनर बोर्ड कूरियर द्वारा प्राप्त हुआ है। ज्ञात हो कि फॉक्स स्टोरी इंडिया भारत का एक प्रसिद्ध समाचार मंच है जो गूगल द्वारा सत्यापित है।पाठकों द्वारा इसे समाचारों की सीधी और सटीक प्रस्तुति के लिए जाना जाता है। डॉ रश्मि ने बतलाया कि 10 सितंबर, 2023 को उनके चतुर्थ काव्य-संग्रह “उस पार क्षितिज के जाना है”(2023) का लोकार्पण होने जा रहा है। लोकार्पण सत्र के उपरांत आगामी हिंदी दिवस के तत्वावधान में शब्दाक्षर बिहार का प्रादेशिक काव्यानुष्ठान भी आयोजित होगा, जिसमें बिहार के विभिन्न जिलों से कवि/कवयित्रियों का आगमन होने जा रहा है। प्रिंसेप्स पब्लिशिंग से प्रकाशित अपने चतुर्थ काव्य संग्रह “उस पार क्षितिज के जाना है” के बारे में डॉ रश्मि ने बताया कि इस संकलन में शामिल अधिकतर कविताएँ मनुष्य को नव आशा तथा नूतन स्वप्नों के साथ अपने लक्ष्य की ओर अनवरत रूप से आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा देती हैं। क्षितिज के उस पार जाने की अभिलाषा स्वतंत्र रूप से मनोवांछित सफलता पाने एवं अज्ञात सत्य को जानने की उत्कट ललक का भी प्रतीक है। पाठक इस काव्य-संग्रह में सफलता, असफलता, मिलन, विरह, सुख तथा दुःख की घड़ियों में मानव हृदय में उठने वाली भावनाओं का सुंदर काव्यांकन पा सकेंगे।
ज्ञात हो कि डॉ. कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी गौतम बुद्ध महिला कॉलेज के अंग्रेजी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर योगदान देने के पूर्व 7 अगस्त, 2009 से 24 मई, 2017 तक केन्द्रीय विद्यालय संगठन में बतौर नियमित स्नातक/स्नातकोत्तर अंग्रेजी शिक्षिका कार्यरत थीं। वह एमयू के शिक्षा विभाग के बीएड के प्रथम बैच तथा गया कॉलेज गया के स्नातकोतर अंग्रेजी विभाग की एमए (अंग्रेजी) परीक्षा की टॉपर रह चुकी हैं। यूजीसी की अंग्रेजी में नेट/जेआरएफ की परीक्षा उत्तीर्ण करने के अलावा डॉ रश्मि को 11 दिसंबर, 2019 को पटना में आयोजित नालंदा मुक्त विश्वविद्यालय के 14 वें दीक्षांत समारोह में स्नातकोत्तर हिन्दी में प्रथम श्रेणी में प्रथम आने हेतु बिहार राज्य के तत्कालीन राज्यपाल-सह-कुलाधिपति के हाथों स्वर्ण पदक एवं प्रशस्ति प्रमाण पत्र भी प्राप्त हो चुका है। डॉ रश्मि प्रसिद्ध हिंदी सेवी राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था “शब्दाक्षर” की राष्ट्रीय प्रवक्ता-सह-प्रसारण प्रभारी ए्वं शब्दाक्षर बिहार की प्रदेश साहित्य मंत्री भी हैं। युवतियों की संस्था ओजस्विनी की गया जिलाध्यक्षा होने के साथ ही वह गौतम बुद्ध महिला कॉलेज की शोध एवं सृजनात्मक पत्रिका ‘गरिमा’ की प्रधान संपादक भी हैं।
डॉ. रश्मि बौद्ध महोत्सव की प्रतिष्ठित स्मारिका ‘तथागत’, पितृपक्ष महासंगम की प्रतिष्ठित स्मारिका ‘तर्पण’ तथा पितृपक्ष विशेषांक ‘गया गीतिका’ के संपादक मंडल की सदस्य के रूप में भी अपना योगदान देती आ रही हैं। उन्हें 1953 में स्थापित गया शहर के प्रसिद्ध गौतम बुद्ध महिला कॉलेज के कुलगीत की रचना करके स्वरबद्ध करने का भी गौरव प्राप्त है। शिक्षा, संगीत, कला, साहित्य, धर्म तथा समाज सेवा के क्षेत्र में डॉ रश्मि की सक्रियता सर्वविदित है, जिसके लिए उन्हें विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थाओं द्वारा पुरस्कृत भी किया जा चुका है। डॉ रश्मि जीबीएम कॉलेज की जन संपर्क अधिकारी-सह मीडिया प्रभारी एवं टाइम टेबल इन्चार्ज होने के साथ एनसीसी इकाई की केयर टेकर अॉफिसर भी हैं। वह प्रो. नीरज कुमार द्वारा संपादित इंग्लिश की पीयर रिव्यूड रिसर्च जर्नल “द इंटेरियर्स” की असोसिएट एडिटर भी हैं। प्रयाग संगीत समिति से प्रथम श्रेणी में संगीत प्रभाकर कर चुकीं डॉ रश्मि वर्तमान में अंग्रेजी के दो पीएचडी शोधार्थियों की पर्यवेक्षक भी हैं।