बेहतर पुलिसिंग के लिए गवर्नेंस नाउ अवार्ड से सम्मानित हुए एसपी आशीष

बेहतर पुलिसिंग के लिए गवर्नेंस नाउ अवार्ड से सम्मानित हुए एसपी आशीष

चक्रधरपुर. कुमार आशीष भारतीय पुलिस सेवा के 2012 बैच के बिहार कैडर के अधिकारी हैं। वे मधेपुरा तथा नालंदा में एसपी के पद पर अपनी सेवा दे चुके हैं। वर्तमान में किशनगंज के एसपी के पद पर पदस्थापित हैं। आशीष सामुदायिक पुलिसिंग के बेहतर प्रयोगों के लिए जाने जाते हैं। पुलिसिंग को बेहतर बनाने और पब्लिक के बीच पुलिस की छवि निखारने को लेकर किशनगंज एसपी कुमार आशीष को सम्मानित किया गया। मुंबई स्थित श्री अधिकारी ब्रदर्स के तत्वावधान में गवर्नेंस नाउ पत्रिका द्वारा पूरे देश के विभिन्न पुलिस संगठनों के बेहतर कार्यकलाप और नवाचार को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से किशनगंज एसपी को पुरस्कृत किया गया। वर्चुअल मोड पर ऑनलाइन अवार्ड सेरेमनी के आयोजन के दौरान कई राज्यों की ऑफिशियल एंट्री को पीछे छोड़ते हुए एसपी आशीष के अभिनव प्रयोग “कॉफ़ी विथ एसपी” को कैपेसिटी बिल्डिंग श्रेणी में पुरस्कृत किया गया। उन्हें यह पुरस्कार किशनगंज में कॉफी विद एसपी प्रोग्राम के जरिये नई पीढ़ी के साथ संवाद स्थापित करते हुए पुलिस की छवि को और बेहतर बनाने के लिए किए गए पहल के लिए मिला। हाल के दिनों में एसपी ने ‘’कॉफी विद एसपी’’ प्रोग्राम की शुरुआत की है। इसके तहत उनका लक्ष्य है कि इसके माध्यम से नई पीढ़ी से संवाद स्थापित किया जा सके।
संवैधानिक अधिकारों के साथ ही संवैधानिक दायित्वों को लेकर भी स्टूडेंट्स में जागरूकता फैला रहे आईपीएस आशीष युवाओं के बीच खासे लोकप्रिय हैं। एक समय था जब पुलिस को देखकर लोगों में एक तरह के डर का भाव रहता था, लेकिन बदलते वक्त के साथ पुलिस और पुलिसिंग के तरीके में भी बड़ा बदलाव देखने को मिला है। नए समय के पुलिस अधिकारियों से लेकर कांस्टेबल तक पुलिस की छवि को पॉजिटिव बनाने और जनता से सीधे जुड़ने की कोशिश में लगे हैं। इसी क्रम में एसपी ने ‘’कॉफी विद एसपी’’ का प्रयोग शुरू किया है। एसपी आशीष ने बताया कि ‘’कॉफी विद एसपी’’ के माध्यम से वह नई पीढ़ी से सीधे बातचीत करते हैं। बिहार पुलिस मुख्यालय से जारी आदेश के बाद किशनगंज पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष ने जिले के सभी थानों के आइओ को भी निर्देशित किया है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक थाने के सभी आइओ को प्रति माह कम से कम तीन कांडों का निष्पादन समय सीमा के अंदर जांच पूरी कर चार्जशीट दाखिल करना अनिवार्य है। ऐसा नहीं होने पर संबंधित आइओ पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष ने जानकारी दी कि टाउन थाना के पांच ऐसे अनुसंधानकर्ताओं की सूची तैयार की जा रही है,जो तय समय सीमा से अनुसंधान पूरा नहीं करते हैं, ऐसे आइओ पर सख्त कार्रवाई करते हुए उनका डिमोशन भी किया जा सकता है। उसी थाने में उन्हें सिपाही या कनीय पदाधिकारी बना दिया जाएगा। सभी अनुसंधानकर्ताओं के
परफॉर्मेंस का आकलन किया जा रहा है।अक्षम लोगों को तत्काल सेवा से वंचित किया जाएगा। पुलिस महानिदेशक बिहार से मिले दिशा-निर्देशों के आलोक में पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष ने कहा कि सभी थानाध्यक्ष और अंचल निरीक्षक अपने-अपने सम्बंधित स्टाफ, कर्मियों और अधिकारियों को निर्देशित करें कि किसी भी पासपोर्ट वेरिफिकेशन, चरित्र प्रमाण पत्र, प्राथमिकी दर्ज करने के लिए, कांडों के अनुसंधान में जाने के लिए, किसी घटित घटना की पुष्टि या तहकीकात में जाने के लिए, पेट्रोलिंग करते वक्त, आम जनों से सहृदय बातचीत करने के लिए या अन्य किसी भी वाजिब काम के लिए किसी भी पब्लिक से कोई रिश्वत नहीं लेंगे। साथ ही कोई भी लॉटरी, जुआ, गेसिंग, जमीनी विवाद-मवेशी-शराब या अन्य नशा व्यापार में संलिप्त नहीं होंगे।