मनरेगा के काम में लिप्त जेसीबी जप्त ।विधायक की पहल पर हुई कार्रवाई ।

चौपारण में 12 बजे रात जेसीबी से खोदा जा रहा था डोभा। विधायक के पहल पर जप्त हुआ जेसीबी मशीन।

मनरेगा के काम में लिप्त जेसीबी जप्त ।विधायक की पहल पर हुई कार्रवाई ।

बरही से वीरेंद्र शर्मा की रिपोर्ट :

बरही ज़िला के चौपारण थाना क्षेत्र का मामला :

शोषण, दोहन और भ्रष्टाचार के खिलाफ हमेशा से अपनी आवाज बुलंद करने में बरही विधायक सह निवेदन समिति सभापति उमाशंकर अकेला का झारखंड में अपनी एक अलग पहचान है। उसी के तहत बरही विधान सभा क्षेत्र के प्रखंड चौपारण में पंचायत चौपारण के ग्राम चमरगड्डा से 16 जुलाई की रात लगभग 12:30 बजे डोभा निर्माण में लगे जेसीबी मशीन को प्रशिक्षु एसआई जय कुमार, एएसआई सहदेव मुंडा व पुलिस बल के माध्यम से जप्त कराकर मनरेगा में भ्रष्टाचार व लूट की पोल खोल दिया है। जप्त जेसीबी मशीन को थाना परिसर में रखा गया है।
इस संबंध में विधायक श्री अकेला ने कहा कि – “झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार है, उसमें कांग्रेस भी शामिल है। ऐसे में सरकार की बदनामी होने वाला काम का मैं विरोध करूंगा। एक ओर देश वर्तमान में कोरोना संकट से जूझ रहा है। इसके कारण लगे लॉक डाउन से लोगों में बेरोजगारी बढ़ी है। इसे निजात पाने के लिए राज्य सरकार ने मनरेगा के तहत प्रवासी मजदूरों के साथ-साथ जॉब कार्डधारी मजदूरों को रोजगार मुहैया कराने के लिए बिरसा हरित ग्राम योजना, नीलांबर-पीताम्बर जल समृद्धि योजना और पोटो हो खेल विकास योजना शुरू किया है। उक्त योजना में मजदूर से काम कराना है। लेकिन मजदूरों के पेट पर लात मारकर जेसीबी मशीन से डोभा-तालाब कटाना सरकार को बदनाम करने की साजिश है जिसे मैं नहीं होने दूंगा।”

जेसीबी जप्त होते हीं प्रकट हुए मुखिया

चौपारण के ग्राम चमरगड्डा में 16 जुलाई की रात लगभग 12:30 बजे डोभा खोदने में लगा जेसीबी मशीन और चालक मो आशिक पिता मो वहादी टेलर, ग्राम चकला  को जैसे हीं पुलिस के द्वारा जप्त कर थाना ले जाया जाने लगा वैसे हीं लगभग 15 मिनट के बाद पंचायत चौपारण के मुखिया विनोद कुमार सिंह, सन्नी अग्रवाल (चौपारण) और अनुज कुमार सिंह (बिगहा) के साथ अचानक से उपस्थित हो गए। मुखिया ने विधायक से गलती स्वीकार करते हुए मामला रफादफा करने के लिए काफी प्रयास किया। लेकिन इसके पूर्व डीसी, एसडीओ, डीएफओ, बीडीओ, सीओ व थाना प्रभारी को जानकारी दे दी गई थी। इसके कारण मामला नहीं बन पाया और जेसीबी मशीन थाना में खड़ा कर दिया गया।

मुखिया का है जेसीबी मशीन

जप्त जेसीबी मशीन के चालक मो आशिक पिता मो वहादी टेलर, ग्राम चयकला ने बताया कि हमको मुखिया विनोद कुमार सिंह के द्वारा वहां काम जेसीबी मशीन चलाने के लिए बोला गया था। चालक ने यह भी बताया कि उक्त जेसीबी मशीन मुखिया विनोद कुमार सिंह का हीं है।

बीडीओ, सीओ व रेंजर ने किया स्थल निरीक्षण

मामले की गंभीरता को देखते हुए ग्राम चमरगड्डा से जप्त जेसीबी मशीन के स्थल पर बीडीओ अमित कुमार श्रीवास्तव और सीओ नितिन शिवम गुप्ता ने पंचायत सेवक नरेश पाण्डेय व रोजगार सेवक रामचंद्र दांगी के साथ योजनास्थल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद बीडीओ ने बताया कि ग्राम चमरगड्डा में सोमा मुंडा के नाम से 3 लाख 39 हजार रुपये की लागत से 80’x80′ का डोभा निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है। जिसकी खुदाई जॉब कार्डधारी मजदूरों से करना है। लेकिन सूचना मिली है कि जेसीबी मशीन से काम किया गया है तो जांचोपरांत कार्रवाई की जाएगी। सीओ ने कहा कि सरकार के आदेशानुसार अगर कोई निजी जमीन में भी अंचल कार्यालय के अनुमति के बगैर जेसीबी मशीन से काम करता है तो वह गलत है। इसमें जेसीबी मशीन मालिक सहित जमीन मालिक पर भी कार्रवाई होगी। वहीं इसके पूर्व रेंजर कूडो बाड़ा ने फोरेस्टर श्यामसुंदर सिंह, वनरक्षी अजीत कुमार गंझू और राहुल कुमार के साथ स्थल का निरीक्षण किया। इस संबंध में रेंजर ने कहा कि प्रथम दृष्टया में जमीन वन विभाग का प्रतीत होता है। इसकी जांच की जाएगी अगर जमीन वन विभाग का होगा तो इसमें संलिप्त लोगों पर मामला दर्ज किया जाएगा।

मनरेगा योजना पर नही चल रहा था मशीन – मुखिया

इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पंचायत चौपारण मुखिया बिनोद कुमार सिंह ने बताया कि बीती रात्रि में चौपारण पुलिस ने एक जेसीबी जप्त किया है। सूचना मिलने पर जब जेसीबी के पास गया तो पता चला कि हमने बिगत दो वर्ष पूर्व मशीन बेच दिया वही मशीन था। स्थल का निरीक्षण करने पर पता चला कि मनरेगा योजना में नही बल्कि निजी जमीन पर जेसीबी चल रहा था। मुखिया श्री सिंह ने कहा है कि कानून अपना कार्य करे हम सहयोग करने के लिए तत्पर हैं।