लॉक डाउन में अवैध तरीके से बालू की तस्करी तेज, खनन विभाग मौन

बराकर नदी सहित कई नदी-नालों से हो रहा बालू का उठाव, रात दिन बड़े पैमाने पर ट्रैक्टर से हो रही बालू की तस्करी

लॉक डाउन में अवैध तरीके से बालू की तस्करी तेज, खनन विभाग मौन

चौपारण से बीरेंद्र शर्मा की रिपोर्ट

हज़ारीबाग : जिले के प्रखंड चौपारण में बालू तस्करी का कारोबार हमेशा चर्चा में रहा है। पिछले वर्ष बालू और वन संपदा पत्थर उत्खनन को रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा प्रखंड मुख्यालय में कार्य दिवस के तीन दिन खनन पदाधिकारी को बैठने का आदेश भी मिला था। लेकिन उस आदेश का पालन नहीं किया गया। कभी-कभी औचक छापामारी कर खनन विभाग द्वारा बालू और पत्थर तस्कर के विरुद्ध दर्जन भर कारोबारियों पर प्राथमिकी भी दर्ज किया गया है। उसके बाद से कारोबार में गिरावट आई थी, लेकिन वर्तमान में लॉक डाउन का नाजायज फायदा उठाते हुए तस्कर फिर से सक्रिय हो गए हैं। कोरोना वायरस (कोविड -19) के शुरुआती दौर में बालू तस्करी का कारोबार कारोबार पर अंकुश लग गया था, लेकिन पिछले सप्ताह से बालू तस्करों के मनोबल काफी बढ़ गया है और अंधाधुंध बालू का खेल जारी है। सूत्रों के मुताबिक बराकर नदी के दोनों क्षेत्र (बरही-चौपारण) सहित क्षेत्र के कई नदी नालों से रात दिन बालू की तस्करी हो रही है। एक ओर प्रशासन लॉक डाउन पालन कराने तथा कोरोना वायरस से ग्रामीणों को सुरक्षित रखने के लिए कोरोना योद्धा बनकर दिन रात मेहनत कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर बालू माफिया रात दिन बालू की तस्करी में जुटे हुए हैं। बालू को एक जगह डम्पिंग कर यार्ड बना दिया गया है वहीं से बालू की तस्करी हो रही है।

नियम का खुल्लेआम उलंघन ——

क्षेत्र में बालू का करोबार अधिकांश ट्रैक्टर से होता है। बालू तस्करी में लगे अधिकांश ट्रैक्टर का ना हीं कोई पेपर होता है और न हीं कोई ट्रैक्टर चालक को लाइसेंस। ट्रैक्टर संचालकों द्वारा लॉक डाउन में नियम कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है। बालू लदे ट्रैक्टर पर आधा दर्जन मजदूर आराम से एक साथ बैठक सफर करते हैं जो सोशल डिस्टेंस का भी पालन नहीं कर रहे हैं। इस संबंध में डीएमओ ने कहा कि शिकायतें मिल रही है जल्द हीं कार्रवाई की जाएगी।