हेमंत सोरेन की नई सरकार से उम्मीदें

राज्य गठन के बाद पिछले दो दशक में भी झारखंड में अपेक्षा के अनुरूप विभागीय नियुक्तियां नहीं हो सकी। अब तक कई विभागों में सैकड़ों पद रिक्त पड़े हैं। कई पदों पर नियुक्ति के लिए ली गई झारखंड लोक सेवा आयोग की प्रशासनिक सेवा सहित अन्य प्रतियोगिता परीक्षाएं लगातार विवादों में रही।

हेमंत सोरेन की नई सरकार से उम्मीदें

झारखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन के सत्ता संभालने के बाद से विशेषकर झारखंड के युवाओं में नई आशा का संचार हुआ है। युवक-युवतियों में नई उम्मीद जगी है। युवा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शपथ ग्रहण के तुरंत बाद कैबिनेट की पहली बैठक में युवाओं और बेरोजगारों के प्रति सकारात्मक कार्य को अपनी प्राथमिकताओं में रखने की बात कही। उन्होंने स्पष्ट रूप से युवाओं को रोजगार से जोड़ने की मंशा जाहिर कर दी है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विभिन्न विभागों में नियुक्तियों के दरवाजे खोलकर खाली पड़े पदों को यथाशीघ्र भरने को भी अपने प्राथमिकताओं में शामिल किया है। इससे शिक्षित बेरोजगारों और विशेष रूप से युवक-युवतियों में रोजगार सृजन के प्रति आस बंधी है। गौरतलब है कि राज्य गठन के बाद पिछले दो दशक में भी झारखंड में अपेक्षा के अनुरूप विभागीय नियुक्तियां नहीं हो सकी। अब तक कई विभागों में सैकड़ों पद रिक्त पड़े हैं। कई पदों पर नियुक्ति के लिए ली गई झारखंड लोक सेवा आयोग की प्रशासनिक सेवा सहित अन्य प्रतियोगिता परीक्षाएं लगातार विवादों में रही। कई परीक्षाएं तो रद्द होती रही। राज्य में स्थित सरकारों से लेकर स्पष्ट नीति, विजन का भी अभाव, भ्रष्टाचार और तकनीकी उलझन आदि रोजगार सृजन में बाधक बनते रहे। अब श्री सोरेन ने राज्य के 11 वें मुख्यमंत्री के रूप में सत्ता की कमान संभाल ली है। नियुक्तियों के प्रति उन्होंने गंभीरता दिखाते हुए विधानसभा चुनाव के पूर्व अपने किए गए वायदों पर अमल करने का स्पष्ट संकेत भी दे दिया है‌ श्री सोरेन इसे त्वरित गति से मूर्त्त रूप देने में जुट गए हैं। यदि इसमें वे सफल रहे, तो यह हेमंत सोरेन सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जाएगी। विदित हो कि राज्य के विकास में वहां के मानव संसाधन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। एक मजबूत और समृद्ध मैनपावर राज्य के विकास को अपेक्षित गति दे सकता है। रा्ज्य में पारा शिक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, रसोईया समेत विभिन्न सेवा संवर्गों के कर्मचारी भी नई सरकार से आशान्वित हैं। उनकी वर्षों से लंबित मांगे अब पूरी हो सकेंगी। नई सरकार को इन समस्याओं का भी ठोस निदान निकालने की दिशा में प्रयत्नशील होना होगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य से प्रतिभाओं के पलायन को रोकने की दिशा में भी ठोस पहल करने की बात कही है। जाहिर है कि विभिन्न विभागों में वर्षों से पड़े खाली पदों को भरने के लिए यदि सरकार ने सकारात्मक प्रयास किए, तो काफी संख्या में युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। इससे हेमंत सरकार का बेरोजगारी दूर करने का वादा भी काफी हद तक पूरा हो सकेगा।