सड़क सुरक्षा सप्ताह कार्यक्रम में बोले गडकरी, सड़क हादसा भारत के लिए गंभीर मुद्दा

भारत में एक साल में पांच लाख लोग होते है सड़क हादसों के शिकार , करीब डेढ़ लाख लोगों की होती है मौत

नई दिल्ली : आज से देश भर में सड़क सुरक्षा सप्ताह कार्यक्रम शुरू किया गया। सड़क सुरक्षा सप्ताह कार्यक्रम में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि सड़क हादसे भारत के लिए गंभीर मुद्दा हैं। उन्होंने बताया कि सड़क हादसों में ढाई से तीन लाख लोग घायल होते हैं। हर साल देश में होने वाले पांच लाख सड़क हादसों में करीब डेढ़ लाख लोगों की मौत होती है।

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री ने बताया कि सड़क हादसों में में 62 फीसदी मौतें 18 से 35 आयु वर्ग के लोगों के बीच की होती हैं। सड़क हादसों में 1,52,780 लोगों की मौत हुई, जबकि 4,46,518 लोग घायल हुए। उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि उनका मंत्रालय तमाम प्रयासों के बावजूद इस संख्या को कम करने में असफल रहा। इससे पहले खबरें आई थीं कि हादसों के मामले में पांच महीने जनवरी, मई, अप्रैल, मार्च और दिसंबर सबसे ज्यादा खतरनाक हैं। जनवरी से मई 2018 के बीच भारत में सबसे ज्यादा सड़क हादसे हुए। इनमें जनवरी में 40,606, मई में 40,163, अप्रैल में 38,718, मार्च में 38,213 और दिसंबर में 37,470 सड़क हादसे हुए।इनमें जनवरी में सबसे ज्यादा सड़क हादसों की वजह कोहरा रहा। वहीं मई में घूमने जाने और ज्यादा गर्मी से थकान को वजह माना गया। इनमें सबसे ज्यादा हादसे सुबह छह से रात नौ बजे के बीच हुए। जैसे–जैसे दिन ढलता गया, हादसों की संख्या बढ़ती गई। सबसे ज्यादा हादसे पंजाब, उत्तर प्रदेश और बिहार में हुए।

उन्होंने सड़क हादसों में 29 प्रतिशत कमी और इन दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या में 30 फीसदी की कमी लाने के लिए तमिलनाडु की तारीफ की। गडकरी ने कहा कि लोगों में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता और पुलिस, आरटीओ, गैर सरकारी संगठनों एवं अन्य की संयुक्त प्रयास सड़क हादसों को कम करने की कुंजी है। नागपुर में चल रहा सड़क सुरक्षा सप्ताह शनिवार को शुरू हुआ था और यह 17 जनवरी तक चलेगा।