स्वच्छता जागरूकता का सात दिवसीय कार्यक्रम,पढ़ाई के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी योगदान दें स्वयं सेवक: डॉ. राजकुमार शर्मा
महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना जरूरी:डॉ.अतिमा भारती

रांची। डोरंडा महाविद्यालय, की एनएसएस इकाई द्वारा चलाए जा रहे सात दिवसीय विशेष शिविर (24 से 30 मार्च तक) के चौथे दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य एवं स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसके तहत नामकुम प्रखंड के खिजरी में एनएसएस शिविर में शामिल 100 स्वयंसेवक गांव में विभिन्न विषयों पर ग्रामीणों के बीच जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर रहें हैं। रविवार को एनएसएस के शिविर में मुख्य अतिथि रांची विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष डॉ. राजकुमार शर्मा ने कहा कि पढ़ाई के साथ साथ समाज के विकास में अपना सक्रिय योगदान दें। उन्होंने कहा कि खिजरी गांव का जमीनी स्तर पर सर्वे कर इसका वास्तविक रिपोर्ट तैयार कर समस्याओं के समाधान के लिए सकारात्मक पहल करें।
रिम्स की वरीय स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अतिमा भारती ने कहा कि महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहनी चाहिए। उन्होंने शिविर में शामिल स्वयंसेविकाओं एवं ग्रामीण महिलाओं को उनके स्वास्थ्य संबंधी कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी।
रांची विश्वविद्यालय के एनएसएस के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. ब्रजेश कुमार ने कहा कि एनएसएस के स्वयंसेवक अपने अंदर सामाजिक संवेदना का भाव विकसित करें।
जमशेदपुर मेडिकल कॉलेज के निदेशक डॉ. लक्ष्मण लाल ने कहा कि सामर्थ्यवान हैं, इसीलिए सामाजिक कार्य के लिए हमेशा तैयार रहें ।
शिविर में कुल सात दल बनाए गए हैं। जिनके नाम विभिन्न जल प्रपातों के नाम पर किया गया है। जिसमें हुंडरू, दशम, जोन्हा, सीता, पंचघाघ, रानी, रीमिक्स शामिल है।
इस मौके पर स्वयंसेवकों एवं ग्रामीणों को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई गई।
स्वयंसेवकों ने स्वच्छता, स्वास्थ्य एवं नशा मुक्ति को लेकर जागरूकता रैली भी निकाली।
शिविर की मॉनिटरिंग डोरण्डा महाविद्यालय के कार्यक्रम पदाधिकारी शालिनी व डॉ. एमलिन केरकेट्टा कर रहीं हैं।
शिविर के सफल आयोजन में डॉ कंचन मुंडा, दिवाकर आनंद,रौशन, हर्षित, अमन, सूरज, बॉबी, आरव, श्रवण, नीतीश, आदित्य, आभास, अंजली, पिंकी, पम्मी, केशव, बबीता, अमांषी, अक्षत, सुषमा, तजमूल, अमीषा, प्रियंका, संजीदा, रोहित, गोपाल , काजल आदि की की सराहनीय भूमिका है।