आरकेडीएफ विश्वविद्यालय के वेबीनार में बोले प्रो.थाॅमसन, धैर्य रखें,” लाॅकडाउन के बाद स्थितियां होगी सामान्य
रांची : राजधानी के अरगोड़ा-कटहल मोड़ रोड पर अवस्थित प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान “आरकेडीएफ विश्वविद्यालय” के होटल प्रबंधन विभाग के तत्वावधान में शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया। इस वेबीनार में प्रो.(डॉ.)रोबोट जे. थॉमसन ने बतौर मुख्य वक्ता कहा कि आपदा के समय धैर्य से काम लेने की आवश्यकता है। लॉकडाउन के बाद स्थितियां पुनः सामान्य होंगी और पर्यटन व होटल प्रबंधन के क्षेत्र में रोजगार के अवसर पूर्ववत सृजित होंगे। विदित हो कि प्रो.थॉमसन चेयर प्रोफेसर के रूप में होटल प्रबंधन एवं पर्यटन विभाग में कार्यरत हैं। वह यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ एलाबामा (USA) से भी जुड़े रहे हैं। वेबीनार में आरकेडीएफ विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रो.एस चटर्जी ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने आरकेडीएफ विश्वविद्यालय की उपलब्धियां से मुख्य वक्ता को अवगत कराया। वेबीनार में बतौर अतिथि डॉ.अमित कुमार पांडे (रजिस्ट्रार, आरकेडीएफ विश्वविद्यालय) ने हिस्सा लिया। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि इस विकट परिस्थिति में संयम रखना बहुत जरूरी है। वहीं, प्रो.थॉमस ने छात्रों को कोविड संक्रमण काल के बाद रोजगारोन्मुख पाठ्यक्रमों के आधार पर भविष्य निर्माण और बेहतर कैरियर के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने वेबीनार के माध्यम से छात्रों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि विषम परिस्थितियों में संयम से काम लें। घबराने की कोई बात नहीं है। उन्होंने संभावना जताई कि हॉस्पिटैलिटी एवं पर्यटन इंडस्ट्री लॉकडाउन खुलते ही सामान्य रूप से काम करने लगेगा। इस क्षेत्र में पूर्व की तरह रोजगार की असीम संभावनाएं होंगी। पर्यटन के क्षेत्र में भी लॉकडाउन के बाद स्थितियां सामान्य होने पर रोजगार सृजन के अवसर प्राप्त होंगे। इस वेबीनार में देश-विदेश से 528 लोगों ने शिरकत किया। वेबीनार का सफल संचालन आरकेडीएफ विश्वविद्यालय के होटल प्रबंधन विभाग अध्यक्ष पंकज चटर्जी ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अनिता कुमारी (डायरेक्टर, एकेडमिक्स) ने की। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में आरकेडीएफ विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकगण का महत्वपूर्ण योगदान रहा। वेबीनार में डॉ. शीतल टोपनो, डॉ. सोमनाथ चौधरी, प्रसून कुमार, बलजीत सिंह कलसी, ऋषि कुमार, कृष्णा कुमार, नीलू कुमारी, डॉ. कुमकुम कवास सहित शिक्षक एवं छात्र सम्मिलित हुए। इस वेबीनार को यूट्यूब लाइव, फेसबुक लाइव एवं गूगल मीट पर भी प्रसारित किया गया।