वित्तीय वर्ष 2020-21 में सीसीएल की अभूतपूर्व उपलब्धि : पीएम प्रसाद
रांची. वित्तीय वर्ष 2020-21 में भारत सरकार द्वारा झारखंड सहित पूरे देश में कारोना महामारी के कारण लॉकडाउन की घोषणा की गयी थी और कई महीनों तक विभिन्न गतिविधियां प्रभावित हुई थी. ऐसे चुनौतिपूर्ण समय में भी सीसीएल कोयला उत्पादन कर देश की ऊर्जा आवश्यकता को पूरा किया है. अपने उपभोक्ताओं को कोयला आपूर्ति करने के साथ-साथ सीसीएल कोरोना के विरूद्ध लड़ाई में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है.
सीसीएल वित्तीय वर्ष 2020-21 में ओवर बर्डेन रमूव्ल में 103.62 मिलियन क्यूबिक मीटर प्राप्त किया. सीसीएल ने कोयला उत्पादन 62.59 मिलियन टन (एमटी) जबकि कोयला प्रेषण 65.4 एमटी किया है.सीसीएल के पांच कोयला खुली खदान ने अभूतपूर्व प्रदर्शन किया है, जिसमें केडी हेसलौंग खुली खदान ने 1.24 एमटी उत्पादन कर 109 प्रतिशत का ग्रोथ हासिल किया है. इसी तरह मगध (8.12 एमटी), आम्रपाली (14.4 एमटी), एवं अशोका (13.85 एमटी) ने क्रमश: 56%, 13% एवं 32% का ग्रोथ प्राप्त किया है.
देश में कोविड सक्रमण बढ़ने के कारण एवं कुछ महिनों लॉकडाउन होने के कारण कोयला की मांग वित्तीय वर्ष 2020-21 में कम हो गया था जिसके कारण कोयला कंपनियों की उत्पादन एवं प्रेषण भी प्रभावित हुई थी. सीसीएल अपने उपभोक्ताओं के लिए विशेष सुविधा देते हुये अपने कुछ नियम में भी संशोधन किया और ई-ऑक्सन से संबंधित रिजर्व प्राईज को कम करके नोटिफाईड प्राईज पर ई-ऑक्सन अप्रैल, 2020 से सितम्बर, 2020 के बीच में किया गया और उपभोक्ताओं को पहले की तरह प्रिमियम का भुगतान नहीं करना पड़ा. इसी तरह अन्य सुविधाएं जैसे उपभोक्ताओं को रोड के साथ-साथ रेल के माध्यम से भी कोयला प्रेषण की सुविधा प्रदान किया गया.
विगत वित्तीय वर्ष 2020-21 में सीसीएल ने रेल के माध्यम से देश के विभिन्न राज्यों में कोयला प्रेषण कर 12% का ग्रोथ हासिल किया है। ज्ञातव्य हो कि वित्तीय वर्ष 2019-20 में जहॉ प्रतिदिन औसतन 35 रेक कोयला का प्रेषण होता था वह बढ़कर अब प्रतिदिन औसतन 39 रेक का प्रेषण हो गया है. सीसीएल ने मार्च, 2021 में अपने पूराने रिकार्ड को तोड़ते हुये एक दिन में सर्वाधिक 80 रेक का कोयला प्रेषण कर कीर्तिमान स्थापित किया है.
सीएमडी, सीसीएल पी.एम. प्रसाद ने कंपनी के इस उपलब्धि के लिए पूरे सीसीएल टीम को बधाई दिया और कहा कि इस उपलब्धि में सीसीएल परिवार के एक-एक सदस्य का महत्वपूर्ण योगदान है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संकल्प को माननीय कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी के नेतृत्व में सकारात्मक रूप से सीसीएल द्वारा सतत योगदान दिया जा रहा है. श्री प्रसाद ने कोयला सचिव अनिल कुमार जैन एवं कोल इंडिया के अध्यक्ष प्रमोद अग्रवाल को भी धन्यवाद दिया और कहा कि उनके मार्ग निर्देशन में सीसीएल नित्य नई ऊंचाइयों को छू रहा है. सीसीएल के इस उपलब्धि मे राज्य सरकार का सहयोग सराहनीय है.
सीएमडी, सीसीएल पी.एम. प्रसाद एवं निदेशकगण के कुशल मार्गदर्शन में सीसीएल कोयला उत्पादन के साथ-साथ समावेशी विकास के लिए प्रतिबद्ध है, इसी के अंतर्गत कोरोना काल में केन्द्रीय अस्पताल, गांधीनगर एवं रामगढ़ केन्द्रीय अस्पताल में सीसीएल के चिकित्सक टीम द्वारा कोरोना संक्रमितों का ईलाज लगभग शतप्रतिशत किया गया. इसी तरह सीसीएल अपने सीएसआर योजना के अंतर्गत वृहद स्तर पर मास्क, सैनिटाईजर तथा क्षेत्रों को सैनिटाईज किया गया. लगभग 26 करोड़ रूपये केन्द्रीय एवं राज्य सरकार को कोरोना के विरूद्ध लड़ाई में सीसीएल द्वारा सहयोग किया गया साथ ही लगभग 1.25 करोड़ रूपये अपने कमांड क्षेत्रों के आठ जिलों में स्थानीय प्रशासन को देकर उन्हें मजबूत किया गया है. सीसीएल ने समय-समय पर विगत वित्तीय वर्ष में 151 स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया जिसमें लगभग 45626 लोग लाभान्वित हुये हैं.
वर्तमान में सीसीएल द्वारा रांची एवं रामगढ़ सहित अन्य क्षेत्रों में 9 वैक्सीनेशन सेंटर चलाया जा रहा है, जिसमें अभी तक लगभग 8 हजार लोगों को टीका पड़ चुका है.